रविवार, 15 फ़रवरी 2015

वैलेंटाइन डे री पाती

म्हारी व्हाली धापूड़ी
थाने ठा कोनी आज रो दिन आपा रे वास्ते खास है ।
आज वेलेंटाइट रो दिन है ।
आज खेतर जावते समय मने तलाव री पाल माथे मिलजे ।
थारा वास्ते मैं रूयडा रो फूल लायो हु ।
नाश्ता रे वास्ते खिसिया ने मोली छाछ भी ले ने आवुला ।
थारा वास्ते मैं आंगलिया सु चालण वालो मोबाइल लायो हु ।
आज जल्दी नावणिया धोवणिया कर ने जल्दी आवजे ।
गुलाबी फूल वाली घाघरी ने केसरी चुनड़ी ओढ़ ने आवजे ।
पगा में तोडा
कमर में कनदोरो
हाथो में बंगड़िया
आँखों में काजल
कानो में जुमका
नाक में नथ
करम में टीको
बालो में बकल
जरूर लगावजे।
आवति आखातीज रो आपा ब्याव जरूर करोला ।
गांव वाला ने ध्यान कोनी पडनो जोइये ।
थारी सखी पेपलि ने आज संगाथे मतिना लावजे ।
आज मारे पण खेतर में रायडा में पाणी देणो हतो पण ओ दाड़ो रोजीना कोनी आवे तो छूटो पाणी अरंडा में ठोक ने थारी वाट जोवुला ।
आज हड़ूमान जी रो दिन भी है तो थाने मिलण रे बाद गोलासन भी जावणो है ।
मैं मानता राखी हती के जो तू आज मने मिलण रे वास्ते आवेला तो मैं आपरा दर्शन करण जरूर आवुला ।
जमोने आपरा ब्याव रे बाद आपा चारो तीर्थ करने जावोला ।
गोलासन
मोंगलोर
होथीगांव
ढबावली
ओ चार मोटा तीर्थ है ।
मारी मोटी इच्छा है थने ओ तीर्थ करावण री ।
हवे दूजी वात मिलण रे बाद करसा ।
थारो प्यारो
गोकलियो ।

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