गुरुवार, 21 मई 2015

सतँरा

एक बार एक ताई बस मेँ बैठी सतँरा छिल रही थी
और
सतँरा के छिलके वही बस मे ही गिरा रही थी
ताई को देखकर कन्डैक्टर बोला - ऐ ताई.. ये छिलके बस मे मत गेर....
दिेके बाहर ने फैक दे

ये सुनकर ताई बोली - औ बेटा..
भीतर तु ना गेरण देता अर बाहर वो मोदी ना फेकण देता

के चाहो सो तम

सतँरा खाण दोगा या ना..!

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