सोमवार, 18 मई 2015

एक ताऊ


एक बार एक ताऊ पैदल आपणे गांव जावै था...
रास्ते में उसके जूते..पाँ में काटण लाग गये.....
ताऊ नै...जूतियां आपणी लाठी पै टांग
ली.....
गांम के एक सुंडू जैसे नै मजाक करण की सुझी....
बोल्या... ताऊ, परांठे बहुत दूर टांग राखे
सै.....
ताऊ भी कम ना था....ताऊ बोल्या.....
भाई खाण- पीण की चीज़ किते भी टांग
ल्यो....
सुसरे कुत्ते की निगाह..उड़ै चली जा है...।।

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