मंगलवार, 14 जुलाई 2015

तारक मेहता का उल्टा चश्मा

जेठालाल स्पेशियल :
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
वाह वाह ….
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
जेठालाल बोले , ”मेहता साहेब .."
चुरा के दिल मेरा ,
बबिता चली ..
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जेठालाल -
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
वाह वाह ….
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
तो टपुडा , तेरी मम्मी दया नहीं ..
बबिता होती ..
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हर शाम सुहानी नहीं होती ..
हर चाहत के पीछे
कहानी नहीं होती ..
कुछ तो असर ज़रूर होगा महोब्बत
में ..
वरना गोरी बबिता काले⚫ अय्यर
की दीवानी नहीं होती
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एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
वाह वाह ….
एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
जेठालाल के दुकान जाने के टाइम⏰
पर ही ..
बबिता निचे
क्यों आती हैं ?

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