RANGILO RAJASTHAN
Everything about rajasthan- culture,history, stories, marwari jokes, etc.
शनिवार, 27 फ़रवरी 2016
खूटा यहीं गडेगा
›
खूटा यहीं गडेगा एक जाट ने सार्वजनिक स्थान पर भेस बाधने के लिये खूटा गाड़ रखा था। अन्य चौधरियो ने खूटा उखाड़ने का अनुरोध किया किन्तु जाट ने ...
मंगलवार, 23 फ़रवरी 2016
लिफाफा
›
लिफाफा आज एक रिस्तेदार की शादी में जाना था,, 200 का लिफाफा बनाया,, फिर सोचा छोड़ो,,, यार 51 और मिला कर एक स्मार्टफोन ही दे देते है,,, वो...
शनिवार, 20 फ़रवरी 2016
नाम किको लगाणो है
›
नाम किको लगाणो है अगर जिवन में कभी कोई गलती हो जाये तो घबराने की जरूरत नही बस शांत मन से अकेले में बेठ के विचार करे कि नाम किको लगाणो है...
भाटो
›
भाटो राजेश : पापा मे जीवन मे आगे बढने के लिये क्या करू ? पापा : भाटो ले और सबु पेली इ मोबाईल ने फोड।
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2016
गाय है गाय...माहरी छोरी
›
गाय है गाय...माहरी छोरी छुरे चलने लगते है खुन खोलने लगता है दिमाग घुमने लगता है. जब शादी के इत्ते साल बाद भी ससुराल वाले कहते है. ...
रविवार, 14 फ़रवरी 2016
भोगना मै
›
भोगना मै दू एक भोगना मै बीवी को सुबह सुबह उठाने के अलग अलग अंदाज ____ . . . हिन्दू - जानू उठो सवेरा हो गया . . मुस्लिम - बेगम उठो ...
बुधवार, 26 अगस्त 2015
पाछो जोधपुर
›
पाछो जोधपुर अस्पताल में एक बच्चा पैदा होते ही नर्स से बोला- आज खाने में क्या है . . नर्स- मिर्चिबड़ो . . बच्चा- ओ थारी की पाछो जोधपु...
मंगलवार, 25 अगस्त 2015
आ दातल्ली केडी : मारवाड़ी कविता
›
आ दातल्ली केडी : मारवाड़ी कविता आ दातल्ली केडी, रजको वाडे जेडी ओ रजको केडो, भैंयो ने नोके जेडो ऐ भैंयो केडी, दुध दे जेडी ओ दुध के...
आ दातल्ली केडी
›
मारवाड़ी कविता आ दातल्ली केडी, रजको वाडे जेडी ओ रजको केडो, भैंयो ने नोके जेडो ऐ भैंयो केडी, दुध दे जेडी ओ दुध केडो, दही वणे जेडो ओ द...
सोमवार, 24 अगस्त 2015
भासा दियो एक उलटे हाथ रो फोडिन्द
›
एक बार जोधपुर में भूकंप आया । मीडिया वाले जालप मौहल्ले गए एक जोधपुर के भासा री हथाई टूट गई मीडिया - भूकम्प के समय आपको कैसा लग रहा था। भा...
कंचन वरणी कामणी चढ चौबारैे चाप
›
कंचन वरणी कामणी चढ चौबारैे चाप मतो करे कूदो मनां परा कटैला पाप परा कटेला पाप जीवां मु्कत हो जासी आसी ईसर आप जीव बैकुंठ ले जासी आतम रूप ...
कुंडलिया छंद
›
कुंडलिया छंद मनमौजी इक सोडषी, मन मैं करत विचार। नेह बिना नह निभत है, बिरथ सकल संसार।। बिरथ सकल संसार, जगत ...
फ़ानी दुनिया ये , हैं अरमान भी अधूरे
›
फ़ानी दुनिया ये , हैं अरमान भी अधूरे बेगाने हो गए वे , जो अपने थे पूरे तो ! क्यों जीऊं, और किसके लिए बताओ ! टूटने को साज सांसों का, सुर ...
1 टिप्पणी:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें