शनिवार, 30 मई 2015

मंगती

मरवाड़ी की प्रेम कहानी,

दो प्रेमी आँखों में आँखें डाल कर बूंदी-भुजिया खा रहे थे।

लड़की शरमा के :
☺☺

" यूँ घुर घुर ने कांई देख रिया हौ थे "

लड़का :

" थोड़ो थोड़ो खा मंगती, मुट्ठो भर भर  कांई फाका मारे" "

मोदी जी री सरकार

मोदी जी री सरकार रो एक साल पूरो वीयो
इण एक साल मं --
*केजरी भाई री खांसी ठीक वेगी।
*मौनमोहन जी बोलण लाग गा।
*सोनिया जी री अबूझ बीमारी जिण रा इलाज वास्ते दौड़ दौड़ र अमरीका जाती वा ठीक वेयगी।
*राहुल गांधी जिको कांग्रेस रा 10 साल रा राज मं कीं नई करियो बोई संसद मे भाषण भी देवण लॉग गो।

भेर कित्ताक अच्छा दिन चायजे?

मेवाड़ी गर्लफ्रैंड

लड़का व्हॉटसअॅप पे अपनी मेवाड़ी गर्लफ्रैंड से गप्पें लडा रहा था ।

लड़का- प्रिये सो रही हो, तो स्वप्न भेजो,
जाग रही हो, तो यादें भेजों,
हँस रही हो, तो खुशी भेजों,
रो रही हो, तो आसुँ भेजो ।

लड़की का रिप्लाय आया....

ठिकड़ा मांज री हूँ .... ऐठवाड़ों... भेजूँ कई???

20 रूपये तो फालतू में खराब हो गए

कई बार सोचता हूँ की 8वीं में 20 रूपये तो फालतू में खराब हो गए ग्रुप फ़ोटो के..

मास्टर जी बोलते थे की सबको लेनी ही पड़ेगी ताकि अपने बच्चों को बोलोगे की ये मेरे क्लासमेट थे अब कोई डॉक्टर कोई इंजीनियर कोई नेता हैं..

अब देखो म्हारा क्लासमेट

ये पोकरयो है जो किरोणे री दुकोन करे
ओ हरयो है जको भी पीकप चलावे
ओ दशरथयो है जको कटिंग करें
ओ ओमल्यो है जको जयपुर पड्यो है
ओ दान्यु है जको बोरावड़ में फिरे
ओ शिवो है जको जुत खातो फिरे
ओ प्रकाश्यो है जको खेजड़्या छाँगे
ओ धारयो है जको मुम्बई में काई पतो काई करे
ओ धरमो है जको जुओ खेले
हेन ऐ दस पन्दरा जना निकमा फिरे
और औ मैं हु जको दिनभर फ़ेसबुक अन वॉट्सएप में मुण्डा घाल्योडो रेवु..

और रेही बात छोरियों री तो
सगली ही रोटा पोवेन टाबर टिंगर हम्बाले...

शुक्रवार, 29 मई 2015

लटक जाओ.........

मारवाडी को फांसी की सजा सुनाई गयी ..

जज ने पूछा- कोई आखिरी ख्वाहिश........?

मारवाडी - म्हारी जगा थे लटक जाओ...........

गुरुवार, 28 मई 2015

समझ ना आता के... Haryanvi jokes

जहाँ पुलिस की भी ना चलती थाणे  में
कुछ दिन तो गुजारो हरियाणे में।

~~ हरियाणा टुरिज्म..~~

टीचर: मैं सुंदर थी, सुंदर हूं, सुंदर रहूंगी। इसी तरह तीनों काल का उदाहरण दो।
हरयाणवी  छात्र : तन्नै वहम था, तन्नै वहम है, तन्नै वहम रवैगा।
टीचर: नालायक, तमीज से बताओ।
छात्र: आदरणीय मैडम जी आप भूंडी थी, भूंडी हैं, भूंडी रहेंगी।
---
खतरनाक हरियाणवी गर्लफ्रेँड

छोरी :- कित है तु??

छोरा:-हस्पताल मेँ हूँ एक कार आला
टक्कर मारग्या !

छोरी :- अच्छा छुट्टी कद मिलैगी??

छोरा:- दो दिन पाच्छे !

छोरी :- ठीक है ! दो दिन बाद छुट्टी मिलतै ए मेरा रिचार्ज करवा दिए !
नहीँ तो दोबारा हस्पताल म्हे पहुँचा दयूँगी ..!!

टीवी रिपोर्टर ने जख्मी हरियाणवी से
पुच्छा-
"जब बम गिरा तो क्या वो जोर से
फटा ?"
.
.
.
.
.
.
हरियाणवी :- "ना ..,,,
वो घिसरदा होया मेरे धोरे आया.....
अर शरमा क मनै
बोला 'बढाम....!!!'

एक हरयाणे की ताई KBC मेँ एक करोड़ रपे
जीत गयी।
.
अमिताभ- माताजी आप सबसे पहले इन
पैसोँ का क्या करेगी??
.सबतै पहले 100 का खुलवाकै 10-10
रपिया छोरियां नै दूंगी।..

डाक्टर: ताई तनै इसी दवाई दूंगा के तूं फेर तै जवान हो जागी

ताई बोली: ईसा जूलम मन्ना करीये, मेरी पेनशन बन्द करावैगा के

एक चिड़ियाघर में एक तोते के पिंजरे के बाहर लिखा था ---
"english, हिंदी और haryanvi  बोलने वाला तोता".
एक आदमी ने इस बात को टेस्ट करने के लिए तोते से
पहले ENGLISH में पूछा -- हू आर यू ?
तोता -- आई ऍम पैरेट।
आदमी (हिंदी में) -- तुम कौन हो?
तोता -- मैं एक तोता हूँ।
आदमी (इस बार haryanvi में)-- तूं कूण स रै ?
तोता -- मैं तेरा फुफा... खाजले कुत्ते से मुंह के, दो बार बता लीया समझ ना आता के...

ठा  कोनी....

एक नौजवान ने एक बुजुर्ग से
पूछा :बाबा बताएं जब एक दिन दुनिया से
जाना है
तो
फिर लोग पैसो के पीछे क्यों भागते हैं ?

जब जमीन जायदाद जेवर यहीं रह जाते हैं तो
लोग
इनको अपनी जिन्दगी क्यों बनाते हैं ??

जब रिश्ते निभाने की बारी आती है
तो दोस्त ही दुश्मनी क्यों निभाते
हैं ??

बुजुर्ग ने गौर से तीनों सवाल सुने
फिर उसने माचिस की डब्बी से तीन
तीलियाँ निकाली
दो तीलियाँ उसने फेंक दी
और एक तीली को आधा तोड़
कर उपर वाला भाग फेंक दिया ।
नीचे वाले भाग को नुकीला बना कर
अपना दांत कुरेदते हुए बोला -
.
.
.
.
.
ठा  कोनी....

Garmi ka aalam

Iss garmi ka aalam bas itna samajh le galib...










Kapde dhote hi sukh jaate hai..
Aur pehnte hi geele ho jaate hai..

जीमण कोनी...

Air hostess: Sir, What r u prefer in ur lunch?
भासा: लिख ले बाई तू फेर भूल जाला।
एक भाटकी भर ने रबड़ी,
दो भाटका देशी घी रो हीरो,
दो मोहन जी रा लाड़ू,
चार घी रा बाटिया,
पापड, सलाद, दाल चावल,
प्रेम विलास रो मिक्सचर,
ने ऐक ठंडी छाछ लियाइजे बाई ने हाँ भेगि आइज़े यू नहीं के जाने बैठजा।
Air hostess: ओ प्लेन है भासा......
मिन्दर रे पाठ उच्छब रो जीमण कोनी...

कौन किसका जंवाई

दोस्तों आज हम विचार करेंगे
  जवांई (पाव्णा और बेटी रे घरवाला) के साथ
2003 से पहले और उसके बाद उनके साथ किये जाने वाले व्यवहार के बारे में।।।

1 ) पहले के जवांई जब आने का पता चलता तो साळा &  ससुर जी दाढ़ी बनाते  और नए कपडे पहनकर स्वागत के लिए तैयार रहते थे।

2) जवांई आ जाते तो बहुत मान मनवार मिलती और छोरी (पत्नी ) दौड़कर रसोडे में घुस जाती थी सासु जी पानी पिलाती  और धीरे से घूंघट से कहती आगये जी ।

3) आने का समाचार मिलते ही गली मोहल्ले के लोग चाय के लिए बुलाते थे
और काकिया ससुरजी या मामी ससुर जी के यहा तो करकरे आटे का हलवा (सिरा ) भी बनाते

4 )जवांई खुद को ऐसा महसूस करता था की वो पूरे गांव का जवांई है

5) जवांई के घर में आने के बाद घर के सब लोग डिसिप्लिन में आ जाते थे

6 )जवाँई बाथरूम से निकलते तो उनके हाथ lux साबुन से धूलवाते भले खुद उजाला साबुन से नहाते थे

7 )पावणा  अगर रात में रुक जाते तो सुबह में उनका साला कॉलगेट और ब्रश हाथ में लेकर आस पास घूमते रहता था।

8 )जब जवांई का अपनी बीवी को लेकर जाने का समय हो जाता तो स्कूटर को पहले गैर में डालकर भन्ना भोट निकलते थे जिस से उनका ससुराल में प्रभाव बना रहता था।







अब आज के जवांई की दुर्दशा :

1. आज के जमाई की कोई भी लुगाई लाज नहीं निकालती हैं, खुद की बीवी भी सलवार कुर्ते में आस पास घूमती रहती हैं।
काकी सासुजी और मामी सासुजी कोई दूसरी रिश्तेदारी निकाल कर बोलती हैं  " ओपणे जवाइं से क्या घूंघटं  राख़णा "

2. साळो अगर कुंवारों हैं और अगर उसकी सगाई नहीं हो पा रही हैं तो इसका ताना जमाई को सुनाया जाएगा की" आटा साटा करते तो ब्याव हो ज्यातो "

3. पानी पीना हो तो खुद रसोड़े में जाना पड़ेगा, कोई लाकर देने वाला नहीं हैं।

4. ससुराल पक्ष की किसी शादी में जमाई को इसीलिए ज्यादा मनवार करके बुलाया जाता हैं ताकि जवांई बच्चों को संभाल सके। बीवी और सासूजी आराम से बिंदोली और महिला संगीत में डांस कर सके।

कौन किसका जंवाई

मंगलवार, 26 मई 2015

मुंडा

एक गाव की लड़की पानी पूरी खाते हुए इम्प्रेशन झाड़ते हुए बोली

"भैया प्लीज़ give me water मेरा मुंडा   बल रहा हैं"

सोमवार, 25 मई 2015

गढ़ सिवाणा के दोहें.........

गढ़ सिवाणा के दोहें.........

मरूधर म्हारे देश रा, कांई करूँ बखाण।
बाढ़ाणे रो सुरग हैं, सांची गढ़ सिंवियाण॥
परमारे गढ़ रोपियों रक्षा करै चहुँआण!
छप्पन भाखर में बसे म्हारों गढ़ सिंवियाण!!
दुरग री स्वामीभगति, सुं कुण है अणजाण?
करमभूमि उण वीर री, सुंदर गढ़ सिंवियाण॥
गढ़ां गढ़ां सूं सोवणो, शूर सती री खाण।
चहुँकूंटां चावौं घणों, सांची गढ सिंवियाण॥
कटे माथ अ'र धड लडै, राखण मायड़ मान।
कला कमध वाळी कथा, गावै गढ सिंवियाण॥
अलाद्दीन सूं आथड्यौ,तीर खाग जो तांण।
शीतलदे चहुआण री ,शाख भरे सिंवियाण॥
सगळां सिर नामे झुक्या,(जद) अकबर मुगल
महान।
चंद्रसेन तद नी नम्यौ, (वा)साख भरे सिंवियाण॥
रक्षा खातर मात रे , घण खेल्या घमसाण।
कटिया पण झूूकियां नही रंग रे गढ़
सिंवियाण॥
संतां रो तप देखने, भयो अचंभित भांण।
मंछगुरू मठ जिण तप्या,सरस भुमि सिंवियाण॥
भाखर पर भय भंजणी,हाजर है हिंगळाज।
गढ उंचा सवियाण पर,रखै भगत री लाज॥
जय राजपुताना

गुरुवार, 21 मई 2015

जोधपुर सिर्फ हमारा जोधाणा

जोधपुर सिर्फ हमारा
जोधाणा
वो गर्मीयो की शाम,
वो 'नई सड़क' रो जाम,

वो "जैसलमेर रोड"री हवा,
वो "उम्मेद हॉस्पिटल" की दवा,

वो नेशनल हेडलूम की "शाँपींग",
वो  शहर रे मोय री"हिटिंग"

वो " श्रीनाथ " री "पावभाजी,
वो   शहर री  " आलू टिक्की"

" वो " पार्श्वनाथ " रो "शेक",
और "फ्रेश & ग्रीन "रो "केक",

वो " अरोड़ा री छोटी कचोरी ",
वो " जालोरी गेट" रो "शाही समोसा",

वो "भाटी" री *Real-Gold* "चाय",
वो "चौधरी रो मिर्चबडो"

वो  जोधपुर रो ब्रेड पकोडा
और चतुर्भुज रो गुलाब जामुन

वो गर्ल स्कूल के नजारे,
वो माहविर पार्क के ठंडे "फवारे",

वो के एन काँलेज" की "सडके",
जहा कितने "दिल" धडके,

वो मस्ती की बाते,
एडि ही कई हमारे  "जोधपुर" की "यादे.