शनिवार, 18 जुलाई 2015

धापुडी द्वारा अपने मोट्यार को लिखा गया कागद

धापुडी द्वारा अपने मोट्यार को लिखा गया कागद: --

म्हार हिवडा का हार,

म्हारा सोलहा सिंगार,

म्हारी पप्पूडी का पापा…

थारी चौडी-चौडी राफा.!

हे प्राणनाथ जी,

गोपिया का नाथ जी,

म्हार रूप का दास जी,

त्रिलोकी का नाथ जी…

थाको कोजो घणों साथ जी…..!

हे म्हारी जलती ज्योत,

करवा चौथ,

धान का बोरा,

उन्डोडा औरा…

थाका एक दर्जन छोरी और छोरा..!

भोमिया का स्वामी,

म्हारी जामी सा थाकी,

सत्यानाशी,

कुल विनाशी,

कालिया की मासी,

चरणा की दासी,

थार प्राणा की प्यासी,

थाकी पाताल फोड लाडली,

धापुडी का पगा लागणा मानज्यों…

और हो सक तो आखा-तीज पर घरा पधारज्यों…।।

आगे समाचार एक बाचज्यों कि–

सुसरो जी न हिडकायों कुत्तों खायगों…

और चौथियों चौथी मैं चौथी बार फेल आयगों.!

सुसरो जी तो हिडक्या होर मरग्या…

पण मरता मरता सासू जी न हिडक्या करग्या…..!

सासू जी मरा मौत, कु-मौत, कुत्त की मौत और

सासू जी न मरता देख म्हारो भी मरणा सू मन फाटग्यों है…

जीतियों नाई काल स्वर्ग सिधारगों और

बीको तियो पंडत गरूड्यों करायग्यों है.।

गीतूडी के करमडा में है ना
जुआ पडगी है…

और सीतूडी क काना की एक बाली गमगी है…..!

थाकी काणती काकी काल

छाछ खातर घरा आर लडगी…

और म्हारी बडकी सेठानी

घीनाणी सु पानी ल्याती पडगी…..!

भुवाजी रोजीना ही गुन्द का लाडू खावै…

और नानूडा की लुगाई में

मंगलवार की मंगलवार पीतर जी आवै…।।

पपीयों,गीगो,लाल्यों और

राजिया की लुगाई चलती री,

पण थे तो जाणो ही हो

राम के आग किको बस चाल है…

और होणी न कुण टाल है…..!

हे म्हारा बारहा टाबरा का बाप…

थानै लागै शीतला माता को श्राप..!

थे आदमी हो या हरजाई…

थे मनै अठै ऐकली छोडगा थान शरम कोनी आई.!

थे आ पूरी पलटन म्हारै वास्तै छोडगा…

एक इंजन मैं बारह डब्बा जोडगा..।

इ बार सर्दी अणहोती पडे है,

ई वास्तै टाबर घणा रोव है…

दो चार दिना सु भूखा ही सोव है…!

थाकि माय न

अब भी थोडी घणी शरम बाकी होव तो

पाछा कदै ही मत आइज्यों…

पर पाँच हजार रूपिया हाथु हाथ भिजाज्यो...

शुक्रवार, 17 जुलाई 2015

ए हाथ मने देदे ठाकुर...

शोले मारवाडी.........

गब्बर;;       ए हाथ मने देदे ठाकुर...

ठाकुर:         कोनी देवुं मारी बाई हाका करे

सांभा :   ओ झुठ बोले सरदार इकी बाई तो नोनोणे गीओड़ी  है !

सेठ लायो सेठानी


अर्ज किया है........
सेठ लायो सेठानी, सेठानी बड़ी
सोणी।
वाह वाह...
सेठ लायो सेठानी, सेठानी बड़ी
सोणी,
वाह वाह...
घूंघट उठा क देख्यो तो दाँत ही कोणी।।।

गुरुवार, 16 जुलाई 2015

राजस्थान की दाल बाटी और चूरमा को टेस्टिंग

मैगी के बाद राजस्थान की दाल बाटी और चूरमा को टेस्टिंग के लिए रासायनिक प्रयोगशाला भेजा गया .....
.
.
.
.
.प्रयोगशाला से वैज्ञानिको का जवाब आया
.
.
.
.
.
..
.मजा आ गया
और भेजो

बुधवार, 15 जुलाई 2015

लुगायां रो ब्रत             

लुगायां रो ब्रत             

पति पत्नी से:-- कई बात है,
आज नाश्तों कोणी बणायो

पत्नी;-- आज तो व्रत है नी

पति ;--आज थारो  व्रत है कई ??

पत्नी :-- हाँ जी

पति :--- कईं खायो ?

पत्नी :-- कोई खास नही जी

पति :-- फेर भी कई तो खा लेवती ?

पत्नी :-- में तो थोडा सो.....
केला,
सेव,
अनार ,
मूंगफली,
फ्रूट क्रीम,
आलू की टिक्की,
साबूदाने की खीर,
साबूदाने रा पापड़,
कुट्टू री पूरी,
सावंख,
सिंघाड़े रे आटे रो हलवो,
साबूदाने री खिचडी ,
सुबह-सुबह थोड़ी सी चाय पी,
और अबे जूस पी रही हूँ।
आज व्रत है नी,  इ वास्ते बाकी तो कई खावणो कोणी........

पति ;-'  थोड़ो आमरस
या पपितो खा लेवती

पत्नी:-- बे सब तो शाम ने खावुला

पति:- तू तो  बोत ही सख्त व्रत राखे है, ओ हर कोई रे बस री बात कोइनि । और कुछ खाने रि इच्छा है ?
देखलिए कठैई कमज़ोरी नइ
आय जावे।

पत्त्नी ; नहीं जी कमजोरी नी आवे इरे वास्ते तो सुबह उठते ही बादाम काजू खा लिया हा

पति ;-- फेर भी धयान राखजो

      

एक सीढी छोड़कर चढ़

एक मारवाड़ी अपने बच्चे को पिट रहा था,
पड़ोसी ने पूछा क्यों पिट रहे हो??

मारवाड़ी-इसको बोला एक सीढी छोड़कर चढ़ चप्पल कम  घिसेगी नालायक 2 सीढ़ी छोड़कर चढ़ा पजामा फाड़ दिया!

मंगलवार, 14 जुलाई 2015

तारक मेहता का उल्टा चश्मा

जेठालाल स्पेशियल :
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
वाह वाह ….
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
जेठालाल बोले , ”मेहता साहेब .."
चुरा के दिल मेरा ,
बबिता चली ..
----------------------------------
जेठालाल -
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
वाह वाह ….
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
तो टपुडा , तेरी मम्मी दया नहीं ..
बबिता होती ..
----------------------------------
हर शाम सुहानी नहीं होती ..
हर चाहत के पीछे
कहानी नहीं होती ..
कुछ तो असर ज़रूर होगा महोब्बत
में ..
वरना गोरी बबिता काले⚫ अय्यर
की दीवानी नहीं होती
----------------------------------
एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
वाह वाह ….
एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
जेठालाल के दुकान जाने के टाइम⏰
पर ही ..
बबिता निचे
क्यों आती हैं ?

हिंडा खुवा देऊ

मारवाड़ी साईकिल से जा रहा था
रस्ते में एक भिखारी मिला वो बोला
बाबु कुछ खिलादो
मारवाड़ी :तू लारे बेठ ज्या
तन हिंडा खुवा देऊ ।

बीजली कित त आवै है .....

मास्टर : बाळको बताओ बीजली कित त
आवै है .....

बाळक : MAMA के घर त...

मास्टर : क्यूकर ?

बाळक : जब भी बीजली जावै है मेरा बापू
कहवै है .......

साल्यां नै फेर काट दी.....

रविवार, 12 जुलाई 2015

मारवड़ी का ABCD

इतना संस्कारिक कलयुग आ गया है कि..
लड़की कि विदाई के वक्त माँ बाप से ज्यादा तो
मोहल्ले  के लड़के रो देते है..
एक सासु जी रे कँवर सा घना कला हा। मतलब काला दतीड़;

सासुमां : कँवर सा एकाद महीना भर अटे ई भिराजो दूध, दही जीमों ।
मौज करो आराम ऊ साला सालियां रे साथे रेवो सा ।

कंवर सा :  सासुजी आज बडो लाड आ रियो है मारे पे कई बात है?

सासु जी: अरे लाड वाड किं कोनी सा भैंस रो पाडियो मरगो है आप ने देख न दूघ तो देती रेई ।वाइफ के गाल पर गुलाब मारने पर
इंग्लिश वाइफ :
यू आर सो नॉटी
पंजाबी वाइफ :
तुस्सी वड्डे रोमांटिक हो जी
मारवाड़ी वाइफ :
अता बडा होग्या पण लखन टाबरा का ही रेहसी..
अबार आंख्यां फोड़ देता
मरवाड़ी की प्रेम कहानी,

दो प्रेमी आँखों में आँखें डाल कर बूंदी-भुजिया खा रहे थे।

लड़की शरमा के :

" यूँ घुर घुर ने कांई देख रिया हौ थे "

लड़का :

" थोड़ो थोड़ो खा मंगती, मुट्ठो भर भर कांई फाका मारे" "
अरे भाया आज आपणा गाँव वालो ATM बंद कियां पड्ग्यो ??

कांई बताउ भाई ,म्हारी लुगाई बोली कि आज atm सु पिश्या म निकालू ..

अरे आ तो अच्छी बात हे न भाया ..

काई अच्छी बात भाई, जना बो atm बोल्यो ”ENTER YOUR PIN”,तो आ बावली अपना माथा री पिन atm म NASA का राकेट ब्लास्ट हुआ
जापान: टेक्नोलॉजी परीक्षण किये थे ?
Nasa:yes
रूस: क्रिटिकल मास वॉल्यूम ठीक था ?
Nasa:yes
भारत: नीबू-मिर्ची टाँगे थे ?
Nasa :no
भारत: जणा ही फ़ाटग्यो थारो बाप....: अमीर की औलाद.."
बेटा : पापा आज बहुत गर्मी है!!
पापा : बेटा हम आज ही ए.सी. लगवाएँगे!!
"गरीब की औलाद.."
बेटा : पापा आज कितनी गर्मी है!!
पापा : चल तुझे
गंजा करवा देता हूँ!! : टीचर- बताओ बच्चों हनुमान
जी किस जाति के थे?
अरूण-सर,जाट
टीचर- कैसे पता
अरूण- लुगाई किसी और की,
लड़ाई किसी और की, फालतू
की दादागिरी में
अपनी पूँछ
जला ली ...पकका जाट था साहब
एक स्कूल रा मास्टर जी स्कूल रे एक छोरे रे मा बाप ने सुचना भेजी -प्रिय धन्ना जी,
आप रे प्रकाशिये रे शरीर से घणी बदबू आये है। कृपया ईने अच्छा साबु से नहलाया करो,
दुसरा दिन बाप जबाब लिख भेज्यो -‘आदरणीय माटसाब, प्रकास्यो गुलाब रो फूल कोनी ।
इयॆने ढंग सर पढ़ाया करो, सुंघया मत करो

उन्धी-सुन्धी

संता - काजूकतली के चाँदी का वर्क क्यो लगाते है  ???
   
Chinese - Wrong Qus.       

American - No comments  

Japanese - don't know             

राजस्थान रा  :-

अरे उन्धी-सुन्धी को ठा पड़  जावे

ई वास्ते लगावे।

शनिवार, 11 जुलाई 2015

Mawari Chhora send whatsapp msg to his class teacher-

Mawari Chhora send
whatsapp msg to his class teacher-

सेवा रे माय
               श्रीमान साब,
               प्रधाना मारसाब
                रा.उच.प्रा.वि.
    Barni kallaजिलो(जोधपर)
                                     विषय- घरे काम है-

महोदय,
              आज मारे घरे राबोडी, बडिया करी सा जीको मने ढाणियां ढपाणियां ऊ खाटी छा लाणी पडी जीको आज तो स्कूल आवणों मुशकिल है सा तो आज री हाजरी भर दिजो नी मारसाब. काले पावेक भरी राबोडी बडिया आप रे ई लेने आइजाऊ!

               आप रो आज्ञाकारी
                    नाम- गबरियो
          हाजरी लमबर-भाकरीया ने ठा हे पूछ लीजो

ठीक मारसाब अबे डागले जाऊ नी तो पछे रोबोडी बडिया चिडिया कमेडिया खाजाई.... ☺

ऐ म्हारी मॉ म्हे कटेई कोनी जाऊ

कोलम्बस ने अमेरीका की खोज की

यदी उसकी लुगाई RAJASTHAN की होती तो कभी अमेरीका की खोज नही कर सकता क्यो ?
.
क्यो की वो बहुत ज्यादा सवाल करती !
. सिद जाओ
.कीने हाथे जाओ
.किण वास्ते जाओ
.कई खोजणे जाओ
.वापस कद आवोला
.कितो टाईम लागेला
.अटे कोनी खोजिजे कई
.नही खोज्या चाले कोनी
.हर बार थेईज क्यु जाओ
.मे अटे एकली कई करूला
थाने तो बस दोस्ता रे साथे मटरगस्ती करनी मै भी थाणे साथे चालुला
.अन्त ने कोलम्बस ने जवाब दिया

ऐ म्हारी मॉ म्हे कटेई कोनी जाऊ

जोधपुर मे मेट्रों

मेट्रो तो जोधपुर में भी आ जाती लेकिन हमने
ही मना कर
दिया
क्योंकी ऐसी ट्रेन किस काम की जिसकी
खिड़की खोल के
म्हारा ताऊ बीड़ी बी ना पी सके"
#ये इंडिया है प्यारे

यहाँ धर्मेन्द्र को तो कुत्तों का खून पीना पसन्द है
पर

उसकी घरवाली
केंट RO पानी पीने की सलाह देती है

             

शुक्रवार, 10 जुलाई 2015

ऐ म्हारी मॉ म्हे कटेई कोनी जाऊ

कोलम्बस ने अमेरीका की खोज की

यदी उसकी लुगाई RAJASTHAN की होती तो कभी अमेरीका की खोज नही कर सकता क्यो ?
.
क्यो की वो बहुत ज्यादा सवाल करती !
. सिद जाओ
.कीने हाथे जाओ
.किण वास्ते जाओ
.कई खोजणे जाओ
.वापस कद आवोला
.कितो टाईम लागेला
.अटे कोनी खोजिजे कई
.नही खोज्या चाले कोनी
.हर बार थेईज क्यु जाओ
.मे अटे एकली कई करूला
थाने तो बस दोस्ता रे साथे मटरगस्ती करनी मै भी थाणे साथे चालुला
.अन्त ने कोलम्बस ने जवाब दिया

ऐ म्हारी मॉ म्हे कटेई कोनी जाऊ

गुरुवार, 9 जुलाई 2015

म्हारो प्यारो राजस्थान.....

राजस्थान खास क्यों हैं...???
जैसा हिंदी फिल्मों में
दिखाया जाता है.....वैसा मेरा राजस्थान
नहीं है ........!

हिंदी सिनेमा जगत में
राजस्थान को माफिया लोगो का अड्डा - गुंडा राज
दिखा कर... राजस्थान
की छवि लोगों ने खराब
बना दी है....

सच तो सच है....??? देखिये...

1. हमारे राज्य में बलात्कार के
मामले दिल्ली के मुकाबले... 0/10 है.......
जबकि आबादी दिल्ली से कई
गुना अधिक...!!

2. दंगो में हज़ारो लोग यूपी
में मारे गए हैं राजस्थान में 1 भी नहीं ..!!

3. Murder Rate 0/2 है
मुंबई से... कही कम ही..!!

4. हमें बेबकूफ समझा जाता है...तो दोस्त सुनो हमारा राजस्थान अकेले इतने
सैनिक देश को देता है जितना केरला, आन्ध्र-प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात मिलकर भी नहीं दे पाते.....!!

5. कर्नल सूबेदार सबसे ज्यादा राजस्थान से है...!!

6. उच्च शिक्षण संस्थानों में राजस्थानी इतने हैं कि महाराष्ट्र और गुजरात
मिलाने से भी बराबरी नहीं कर सकते.........

7. राजस्थान अकेला ऐसा राज्य है जहाँ किसान कृषि कारणों से आत्म-
हत्या नहीं करतें जैसा कि मीडिया दिखाता है क्यूकि राजस्थान में बुज़दिल नही दिलेर पैदा होते है...!!

8. आज भी राजस्थान में सबसे ज्यादा संयुक्त परिवार है...!!

9. हम एक रिक्शा चलाने
वालों को भी भाई कह कर
बुलाते हैं...!!

" मैं राजस्थान से हूँ " और राजस्थान से ज्यादा महफूज अपने आप को
कहीं नहीं पाता...
हमारे लोगों ने
कभी किसी राज्य के लोगों का विरोध नहीं किया... किसी सम्प्रदाय को नही दबाया....
यूपी में दंगे होते रहते है राजस्थान में धर्म के नाम पर कभी दंगा नही हुआ ।
यहाँ संस्कार बसतें है...!!.
.
मुझे नाज है मैं राजस्थान से हूँ
राजस्थान मेरे रगों में
बसता है...!!!

अगर राजस्थान होने पर गर्व है तो इस एस एम एस को इतना Share करो कि ये हर राजस्थान के मोबाइल मे हो.........

जय राजस्थान.....
म्हारो प्यारो राजस्थान.....
म्हारो रंगीलो राजस्थान...

पूछ ल्यो

मास्टर- कितने साल के हो..?
.
पप्पू – रजिस्टर मेँ देख ल्यो।
.
मास्टर – कहाँ के हो..?

पप्पू – स्कूल रिकार्ड मै देख ल्यो।
.
मास्टर – सबसे ज्यादा प्यार किसे करते हो
माँ
या .
बाप..?
.
पप्पू – मेरे दिल ते पूछ ल्यो ।
.
मास्टर – कहाँ है तेरा दिल..?
.
पप्पू – अपनी छोरी ने पूछ ल्यो ।

दान

✈पति बेंकाक गया और 15 दिन तक नहीं लौटा !!

पत्नी ने mobile पर मैसेज किया ,
"" जो चीज तुम वहाँ पैसे से खरीद सकते हो ,,,
वो यहाँ मैं दान भी कर सकती हूँ "" !!

पति रात को ही घर लौट आया !

उबा उबा ही परीक्षा दे दे स्या।

टीचर- थारी हाज़री घणी कम है। तू एग्जाम में नी बैठ सके....
.
.
.
.
रामुडो- कोइ बात कोनी।
ओपणे अतो  घमंड कोनी है। आपा तो उबा उबा ही परीक्षा दे दे स्या।

बैंक से फोन आया और मुझसे कहा कि
आप 6000/रू महीना भरते रहो, रिटायर मेंट के वक्त
आपको 1 करोड़ मिलेंगे।

मैंने कहा - प्लान को उल्टा कर दो।
आप मुझे अभी 1 करोड़ रू दे  दो। फिर
हर महीने 6000/रू लेते रहना मेरे मरने तक।
बैक वालों ने फोन काट दिया।

मैंने कुछ गलत कहा क्या...

राजस्थानी कहावती दूहा

राजस्थानी कहावती दूहा

बा'रा कोसां बोली पळटै
बनफल पळटै पाका ।
सो कोसां तो साजन पळटै
लखण नीं पळटै लाखां ।।

बांण्या थारी बाण
कोई सक्यो नै जांण ।
पाणी पीवै छाण
अणछाण्यो लोही पीवै ।।

पंचकोसी प्यादो रैवै
दस कोसी असवार ।
कै तो नार कुभारजा
कै रांडोलो भरतार ।।

दूर जंवाई फूल बरोबर
गांव जंवाई आधो ।
घर जंवाई गधै बरोबर
चाये जियां लादो ।।

पुजारी री पागङी
ऊंटवाळ री जोय ।
मांदै री मोचङी
पङी पुराणी होय ।।

हैँ'?!

अंग्रेजी में-
I am sorry. I am not able to listen you properly. Can you repeat what you just said?

इतनी बड़ी बात करने के लिए राजस्थानी बस एक  शब्द बोलते हैं और सामने वाला समझ भी जाता है।

'हैँ'?!?!

बुधवार, 8 जुलाई 2015

बनडो कालो कालो मट

एक मारवाडी लडका मर्सीडीस कार मे स्कुल आया ।
   सुट-बुट पहेनकर ,
    गले मे 40 तोला सोने की चेन ।
     हाथ मे  सोने का महेंगा लुझ,
       हिरो जैसी पर्सनालिटी,
      साथ मे 3 bodyguard..
     ओर जेब मे 4 i phone6
  पर जब उसके पास 1 call आया तो सब बेहोश हो गये
.
.
.
.
.
क्योकी उसकी रिंगटोन थी
" बनडो कालो कालो मट
        थारी मा कोइ खाये ने जणीयो रे"

आखिर बंदा है तो मारवाडी।

शनिवार, 4 जुलाई 2015

ले पपुडा

पता है, भगवान ने हमारी दो उंगलीओ के बीच मे जगाह क्यों दी है.??

क्योंकी कोई हमारी जिंदगी मे आये, हमारा हाथ पकड़े और प्यार से कहे..

ले पपुडा, गोल्डफ्लेक पी

उबा उबा एग्जाम

टीचर:थारी हाज़री घणी कम है।
तू एग्जाम में नी बई सके....
.
.
.
.
भूरा:कई वात नी।आपने अतरो घमंड कोनी
उबा उबा एग्जाम दई दान्गा ।

शुक्रवार, 3 जुलाई 2015

लुगायां रो ब्रत   

लुगायां रो ब्रत             

पति पत्नी से:-- कई बात है,
आज नाश्तों कोणी बणायो

पत्नी;-- आज तो व्रत है नी

पति ;--आज थारो  व्रत है कई ??

पत्नी :-- हाँ जी

पति :--- कईं खायो ?

पत्नी :-- कोई खास नही जी

पति :-- फेर भी कई तो खा लेवती ?

पत्नी :-- में तो थोडा सो.....
केला,
सेव,
अनार ,
मूंगफली,
फ्रूट क्रीम,
आलू की टिक्की,
साबूदाने की खीर,
साबूदाने रा पापड़,
कुट्टू री पूरी,
सावंख,
सिंघाड़े रे आटे रो हलवो,
साबूदाने री खिचडी ,
सुबह-सुबह थोड़ी सी चाय पी,
और अबे जूस पी रही हूँ।
आज व्रत है नी,  इ वास्ते बाकी तो कई खावणो कोणी........

पति ;-'  थोड़ो आमरस
या पपितो खा लेवती

पत्नी:-- बे सब तो शाम ने खावुला

पति:- तू तो  बोत ही सख्त व्रत राखे है, ओ हर कोई रे बस री बात कोइनि । और कुछ खाने रि इच्छा है ?
देखलिए कठैई कमज़ोरी नइ
आय जावे।

पत्त्नी ; नहीं जी कमजोरी नी आवे इरे वास्ते तो सुबह उठते ही बादाम काजू खा लिया हा

पति ;-- फेर भी धयान राखजो

      

सोमवार, 29 जून 2015

विवाह मा ध्योन राकवा री वातो...........

विवाह मा ध्योन राकवा री वातो.................
1. जोने जाओ जरे कपडा ढंग रा पेरना, नीसा-नीसा पेंट पेरेन गनातो ने jockey री अंडर वियर नी वतावनी..
2. सवरी मा विदराजा हाते एक जना ने आवा रु के तो गनातो ती बहस नी करनी डेरे पु जाणू..
3. डेरे जावा रु कियो पुटी बारे उबा उबा माये जावा री तरकीब नी होजनी मोडिया थोन कामयाब वेवा नी दिए..
4. ओपरी जोन रे हाते वरे कोई जोन आयोडी वे तो बीजा विदराजा री खोमियो नी काडनी..
5. बैठक मा बेटा वो जरे आकोदाडू मोबाइल री खटपट नी करनी..
6. विदराजा रे रातरा मोड़ा फेरा वेतो थोड़ी वेला अलार्म लागावेन पु हुनु, 2 वजियो हुदी जगवा हारू candy crush रा लेवल पार नी करना..
7. मोबाइल री फालतू बेट्री लो नी करनी फोन बंद पडियो पुटी आकरु पड़ी डेरा मा आधी रातरा चार्जर होजता फरेयो..
8. विदराजा रे नेनको हालो जिमवा भेलो बिए तो डुसा-डुस कवा नी देना..
9. खावान जतरू भावे वतरु थाली मा लेणु पसे नी भावे जरे गुलाब-झोबू ने बीजा दरी रे हेटे नी घालना..
10. विदराजा रे पाडे बेनू वेतो गनातो ने केन एक पलंग वरे पो मंगावनो, एक पलंग माते दस जना बेन पलंग नी तोड्नो..
11. एक हकायो एनी टाइम विदराजा रे पाडे रेणू भुआ रे घरे बेन रे घरे मलवा जाणु वे तो पसे पु जाणु अबार जोने आयोडा हो.
12. बैठक मा विदराजा ने सेन या विटी जो भी दिए बेग मा पी घालनी वटे बैठक मा "1 तोला री है 2 तोला री है फोरकी है "करवा नी बेनू..
13. बैठक पटियों पुटी गनातो रा मोर थापोड़ना धन्यवाद देनो साफो ने रूपया गुजिया मा घालेन टपु टपु रवोने नी वेणु..
14. जोन पासी रवोने वे जरे रास्ता मा मोमोई बीजा वे तो बीडी पी सडावनी थोडू अमल पाड़े रकनु..
15. फेरा फरियो पुटी सवरी निसा उतरे जरे विदराजा ने तेडनो वे तो पेला ओपरी बोडी पी देकनी जोश जोश मा होडा गोडा करवा नी जानू, विदराजा ने लेन हेरी मा लोबा वेइयो तो वेवोणों हँसी............। बिजु कोई नी; मे तो थोरे भला हारू कियो हु

रविवार, 28 जून 2015

राजस्थानी कहानियां और किस्से


एक बै एक ताऊ नै घर मै हैडपम्प लगा राख्या था ' अर एक पिलूरा पाल राख्या था !
उड़ै बहू/छोरी पाणी भरण आया करती!
एक बहू नई-नई आयी थी ' अर नई बहुवां नै नये-नये सूट बदलणे का शौक होवै सै !
ताऊ था असल नकल ठोकण आला !
जब भी वा बहू पाणी लेण आती ' ताऊ पिलूरे के बहाणे बहू पै नकल मारता...
रै पिलूरे आज तै जमा लाल होरया सै..
रै पिलूरे आज तै सारा ही लीला होरया सै
रै पिलूरे आज तै तू काला पड़रया सै
कई दिना मै बहू कै समझ मै आया अक यो बूढ़ा तो तनै कह सै..
अर उस नै आपणै खसम नै कह दी कि वो बूढ़ा न्यू न्यू नकल मार सै !
वो छोरा सुण कै बूढ़े धोरे आया अर बोल्या..
ताऊ तनै बहुवां कानी बात मारता शरम कोन्या आवै...थारी उमर रह री सै इण
बातां की !
ताऊ बोल्या :-
भाई ' मै तै इस पिलूरे नै कहया करता
अर जै बहू फरक मान गी तो टाल
कर दांग्या !
आगले दिन वा बहू फेर पाणी लेण आयी
ताऊ बोल्या :-
.
.
.
.
.
.
.
.
.
रै पिलूरे इसी-इसी बात के घरां बतावण
की होया करै...!!

झंडू बेचारे की मां मरगी ! उसका बापू कई साल पहल्या ही मर-ग्या था !
ईब झंडू कै घर मै कुल दो प्राणी रह गे
वो खुद अर उसकी बहू !
झंडू सारा दिन माड़ा सा मन बणा कै
बैठया रहता !
उणकै घरां एक कुत्ती आया करती !
एक दिन झंडू अपणी बहू तै बोल्या :-
देख भागवान न्यू कहया करै अक मरे पाछे आदमी की जूणी बदल ज्या सै
के बेरा मारी मां या कुत्ती बणगी हो
देख ' इकी खुब सेवा करया कर !
फेर झंडू की बहू उस कुत्ती की आच्छी सेवा करण लाग-गी !
उसनै रोटी खुवाती ' कदै लस्सी पिलाती !
एक दिन के होया के उस कुत्ती गेल्यां लाग कै एक कुत्ता भी घरां आ-ग्या !
झंडू की बहू घूंघट काढ़ कै घर का काम करण लाग री थी !
झंडू नै देख्या अक कोए बड़ा आदमी भी कोन्या दिखता अड़ै ..तै फिर या घूंघट किस तै काढ राखी सै..?
झंडू उसतै बोल्या :-
भागवान यो घूंघट किस तै काढ राखी सै..?
उसकी बहू बोली :-
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देख बाहर ' तेरी मां गेल्या तेरा बापू
भी आ रहया सै...!!

रदलू दूसरे शहर मै काम करया करता !
साल भर पाछे वै गाम आया !
सांझ नै उसकी बहू भरतो बूझण लागी अक आज कुणसा साग बणाऊं..?
रदलू बोल्या :-
आलू एंड गोभी रांद ले !
इतणा कह कै बाहर गाम मै घूमण
निकल-ग्या !
भरतो सोच मै पड़-ग्यी...के घरां आलू भी सै अर गोभी भी सै...पर यो एंड
के होया !
भरतो अपणी पड़ोसण धोरे बूझण गई !
पड़ोसण नै भी कोनी बेरा था अक यो
एंड के हो सै !
उसने सोची अक ना बताई तो भरतो आगे बेजती हो ज्या-गी !
पड़ोसण बोली :-
एंड तो गोबर हो सै !
बस फेर के था ' भरतो नै घरां आ कै गोबर का छौंक लगा कै साग बणा दिया!
रोटी खाते टेम रदलू बोल्या :-
आज तो सब्जी चरचरी लाग री सै !
भरतो बोली :-
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एंड किमै घणा पड़ग्या होगा...!!!

एक काला भसडं गाड्डे लुहार अर उसकी लुहारी बस मे सफर करै थे !
बस मै भीड़ थी ' वे दोन्यू न्यारे-न्यारे
बैठ-गे !
रास्ते मे कई टिकट चैकर बस मै चढ़ गे!
लुहारी नै एक टिकट चैकर को दोन्यू
टिकट दिखा दी !
टिकट चैकर बोल्या :-
दुसरी सवारी कुण सी सै ' उसकी शकल
दिखा !
लुहारी रूका मार कै बोली :-
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ओ लुहार ' एक बै खड़ा होइये
तनै देखण आले आरे सै...!!

भाई ' एक बै चार मौलड़ घणी दारू पी कै ' रात कै बारह बजे पाच्छे बड़े गाम
मै आ कै !
सारे कती धुत हो रे थे !
एक घर धोरे आकै रूका मारण लाग गे..
रणबीर ' ओ रणबीर ' रणबीर रै !
रोला सुण कै छात पर तै एक लुगाई
बोल पड़ी...
क्यूं रोला करो सो ' अड़े कोन्या रणबीर
वो तो दुसरे गाम गया सै !
न्यू सुण कै उन मौलड़ म्हा तै
एक बोल्या :-
तू कुण सै फिर..?
वा बोली :-
मै रणबीर की बहू सूं और कुण सूं !
इतना सुणना था के उन म्हा तै
एक बोल्या :-
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ठीक सै ' एक बै तलै आ-ज्या अर आपणे नै पिछाण ले-ज्या ..
हम भी जाके सोवां फिर..

शनिवार, 27 जून 2015

भयानक घटना

उदयपुर की भयानक घटना,
जिसे सुन कर इंसान की रूह काँप जाती है ।
मगर उन जालिमों के हाथ ना काँपें सुबह 7:00 बजे 
दिनांक : 16 जून  २०१५

उदयपुर में मात्र ३ साल का मासूम बच्चा जो अभी सही तरह बोल नहीं सकता था ........
तीन लोगों ने उसे घेर लिया. लोग भी कौन ?

उसके अपने

एक बाप,
दूसरी उसकी माँ और
तीसरा उसका सगा चाचा.

पहले मीठी मीठी बातों से उसे बहकाया,
फुसलाया,
फिर आँगन के
बीचों बीच
उसे दबोच लिया

वह हाथ जोड़ता रहा ,
रोता रहा.
उसकी चीखों से आसमान लजा गया,
मगर उसके सगे माँ बाप और चाचा ने उसकी एक ना सुनी और,
उसे जबर्दस्ती.......
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तैयार कर स्कूल भेज दिया गया

बेचारा .......

गौर से पढ़ने के लिये शुक्रिया
है ना हटके

गुरुवार, 25 जून 2015

भेरूG

दुनिया का नेटवर्क भले ही  3G /4G से चलता हो,




गाँव मे तो आज भी  "भेरूG" से ही चलता है !

मंगलवार, 23 जून 2015

आव मेह बस आव

गजब हुय गयौ गांव में, सूखा कुबा अर वाव।

पणिहारी झुरै थने, आव मेह बस आव॥

कुणरै आगै रोणु रौवाँ...

कुणरै आगै रोणु रौवाँ...
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इस्कूलां में टीचर कोनी, क्लासां में फर्नीचर कोनी
कुणरै आगै रोणु रौवाँ, आफिस में आफिसर कोनी !
गया कम्पोटर छुट्टी माथै, नर्स डाक्टर दोन्यू साथै
रोगी भोगी राम भरोसे, इस्पताल में बिस्तर कोनी !
रेलम पेल रेल में होरी , टिकटा मिलनी दोरी होरी
आरक्षण की इस्टेसन पर, तेरो मेरो नंबर कोनी !
बण्या पावना बिजली पाणी, रोजिनैरी राम कहानी
बिल भरता जावो मांगे ज्यूँ , कोई काम रा मीटर कोनी !
कर्जे में डूब्यो किरसाणी, कद आवेली बिरखा पाणी
गई साल बेल्या बेच्या हा, अबकी बिरियाँ ओ घर कोनी !
काल गाँव में चोरी होगी, पुलिस आवणी दोरी होगी
थाणै में उल्टा धमकावै आँ बापाँनै कीं डर कोनी !
आतंकी नित तुरल मचावै, नेता गीता ज्ञान सुणावै
कुर्सी का कीड़ा है सगळा कोई बात की सद्दर कोनी !
'भावुक' तो भोलो है भाई, जे बोलै तो राम दुवाई
तू बोलै तो बोल भलांई, बाकि कां में सुरतर कोनी !
-गौरीशंकर बल्दुआ 'भावुक'
छापर , राजस्थान

इंतजार चौमासा रो

इंतजार चौमासा रो
बिरखा बरसी सांतरी,
मुरधर जागी आस ।
कोठा भरसी धान रा,
डांगर चरसी घास ।।
हाळी हळड़ा सांभिया,
साथै साम्भ्या बीज ।
खेतां ढाणी घालसी ,
स्यावड़ गई पसीज ।।
ऊंचै धोरै बाजरी,
ढळवोँ बीजूं ग्वार ।
बिच्च बिच्च तूंपूं टींढसी,
मतीरा मिश्रीदार ।।
ऊंचै धोरै टापरी,
साथै रैसी नार ।
दिनड़ै करां हळोतियो,
रातां बातां त्यार ।।
काचर काकड़ कीमती,
मतीरा मजेदार ।
मोठ मोवणा म्होबला,
धान धमाकैदार।।
आभै गाजी बादळी,
मुरधर नाच्या मोर ।
जीया जूण खिलखिली,
देख घटा घनघोर ।।
आभै चमकी बीजळी,
मनड़ै जाग्यो मोह ।
बादळ राजा बरससी,
मिटसी पिया बिछोह ।।
छमछम बरसै बादळी,
धम धम नाचै मोर ।
धरती माथै रूंखड़ा,
घालै घूमर जोर ।।
बादळ ऐड़ा ओसरया,
मुरधर करियो वास ।
धरती आली सांतरी,
करसां पूरी आस ।।
डेडर जीभां खोल दी,
भरिया देख तळाब ।
कोयल वाणी सांचरी,
मुरधर उमड़ी आब।।