घंटो कि दुरीयाँ मिनटो में तय हो जाती
जब
हीङकिया कुत्ता लारे दौडता है..
मारवाङी गाँवा री
हिँन्दी
1. आँटी मुझे चाय मत
घालना
मेरे पास पहले ही घणी है
2. यार पता नहीँ कल
किसी
ने
मेरी टाट मेँ भाटा मार
दिया
3. आप सभी ऊभे क्यूँ हो
हेठा
बैठ जाओ
.
.4 मेने आपको बहुत सोदया पण आप लादया ही नही
5 जल्दी चलो मुझे मोड़ा हो रहा है
6 आप सीधा जाना एकदम नाक की डांडी पर फिर डावडा हाथ कण मुड़ के थोड़ा डोडा हो जाणा
7 मेरा बस्ता बिस्के मायन पड्या है
धापुडी द्वारा अपने मोट्यार को लिखा गया कागद: --
म्हार हिवडा का हार,
म्हारा सोलहा सिंगार,
म्हारी पप्पूडी का पापा…
थारी चौडी-चौडी राफा.!
हे प्राणनाथ जी,
गोपिया का नाथ जी,
म्हार रूप का दास जी,
त्रिलोकी का नाथ जी…
थाको कोजो घणों साथ जी…..!
हे म्हारी जलती ज्योत,
करवा चौथ,
धान का बोरा,
उन्डोडा औरा…
थाका एक दर्जन छोरी और छोरा..!
भोमिया का स्वामी,
म्हारी जामी सा थाकी,
सत्यानाशी,
कुल विनाशी,
कालिया की मासी,
चरणा की दासी,
थार प्राणा की प्यासी,
थाकी पाताल फोड लाडली,
धापुडी का पगा लागणा मानज्यों…
और हो सक तो आखा-तीज पर घरा पधारज्यों…।।
आगे समाचार एक बाचज्यों कि–
सुसरो जी न हिडकायों कुत्तों खायगों…
और चौथियों चौथी मैं चौथी बार फेल आयगों.!
सुसरो जी तो हिडक्या होर मरग्या…
पण मरता मरता सासू जी न हिडक्या करग्या…..!
सासू जी मरा मौत, कु-मौत, कुत्त की मौत और
सासू जी न मरता देख म्हारो भी मरणा सू मन फाटग्यों है…
जीतियों नाई काल स्वर्ग सिधारगों और
बीको तियो पंडत गरूड्यों करायग्यों है.।
गीतूडी के करमडा में है ना
जुआ पडगी है…
और सीतूडी क काना की एक बाली गमगी है…..!
थाकी काणती काकी काल
छाछ खातर घरा आर लडगी…
और म्हारी बडकी सेठानी
घीनाणी सु पानी ल्याती पडगी…..!
भुवाजी रोजीना ही गुन्द का लाडू खावै…
और नानूडा की लुगाई में
मंगलवार की मंगलवार पीतर जी आवै…।।
पपीयों,गीगो,लाल्यों और
राजिया की लुगाई चलती री,
पण थे तो जाणो ही हो
राम के आग किको बस चाल है…
और होणी न कुण टाल है…..!
हे म्हारा बारहा टाबरा का बाप…
थानै लागै शीतला माता को श्राप..!
थे आदमी हो या हरजाई…
थे मनै अठै ऐकली छोडगा थान शरम कोनी आई.!
थे आ पूरी पलटन म्हारै वास्तै छोडगा…
एक इंजन मैं बारह डब्बा जोडगा..।
इ बार सर्दी अणहोती पडे है,
ई वास्तै टाबर घणा रोव है…
दो चार दिना सु भूखा ही सोव है…!
थाकि माय न
अब भी थोडी घणी शरम बाकी होव तो
पाछा कदै ही मत आइज्यों…
पर पाँच हजार रूपिया हाथु हाथ भिजाज्यो...
शोले मारवाडी.........
गब्बर;; ए हाथ मने देदे ठाकुर...
ठाकुर: कोनी देवुं मारी बाई हाका करे
सांभा : ओ झुठ बोले सरदार इकी बाई तो नोनोणे गीओड़ी है !
अर्ज किया है........
सेठ लायो सेठानी, सेठानी बड़ी
सोणी।
वाह वाह...
सेठ लायो सेठानी, सेठानी बड़ी
सोणी,
वाह वाह...
घूंघट उठा क देख्यो तो दाँत ही कोणी।।।
मैगी के बाद राजस्थान की दाल बाटी और चूरमा को टेस्टिंग के लिए रासायनिक प्रयोगशाला भेजा गया .....
.
.
.
.
.प्रयोगशाला से वैज्ञानिको का जवाब आया
.
.
.
.
.
..
.मजा आ गया
और भेजो
लुगायां रो ब्रत
पति पत्नी से:-- कई बात है,
आज नाश्तों कोणी बणायो
पत्नी;-- आज तो व्रत है नी
पति ;--आज थारो व्रत है कई ??
पत्नी :-- हाँ जी
पति :--- कईं खायो ?
पत्नी :-- कोई खास नही जी
पति :-- फेर भी कई तो खा लेवती ?
पत्नी :-- में तो थोडा सो.....
केला,
सेव,
अनार ,
मूंगफली,
फ्रूट क्रीम,
आलू की टिक्की,
साबूदाने की खीर,
साबूदाने रा पापड़,
कुट्टू री पूरी,
सावंख,
सिंघाड़े रे आटे रो हलवो,
साबूदाने री खिचडी ,
सुबह-सुबह थोड़ी सी चाय पी,
और अबे जूस पी रही हूँ।
आज व्रत है नी, इ वास्ते बाकी तो कई खावणो कोणी........
पति ;-' थोड़ो आमरस
या पपितो खा लेवती
पत्नी:-- बे सब तो शाम ने खावुला
पति:- तू तो बोत ही सख्त व्रत राखे है, ओ हर कोई रे बस री बात कोइनि । और कुछ खाने रि इच्छा है ?
देखलिए कठैई कमज़ोरी नइ
आय जावे।
पत्त्नी ; नहीं जी कमजोरी नी आवे इरे वास्ते तो सुबह उठते ही बादाम काजू खा लिया हा
पति ;-- फेर भी धयान राखजो
एक मारवाड़ी अपने बच्चे को पिट रहा था,
पड़ोसी ने पूछा क्यों पिट रहे हो??
मारवाड़ी-इसको बोला एक सीढी छोड़कर चढ़ चप्पल कम घिसेगी नालायक 2 सीढ़ी छोड़कर चढ़ा पजामा फाड़ दिया!
जेठालाल स्पेशियल :
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
वाह वाह ….
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
जेठालाल बोले , ”मेहता साहेब .."
चुरा के दिल मेरा ,
बबिता चली ..
----------------------------------
जेठालाल -
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
वाह वाह ….
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
तो टपुडा , तेरी मम्मी दया नहीं ..
बबिता होती ..
----------------------------------
हर शाम सुहानी नहीं होती ..
हर चाहत के पीछे
कहानी नहीं होती ..
कुछ तो असर ज़रूर होगा महोब्बत
में ..
वरना गोरी बबिता काले⚫ अय्यर
की दीवानी नहीं होती
----------------------------------
एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
वाह वाह ….
एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
जेठालाल के दुकान जाने के टाइम⏰
पर ही ..
बबिता निचे
क्यों आती हैं ?
मारवाड़ी साईकिल से जा रहा था
रस्ते में एक भिखारी मिला वो बोला
बाबु कुछ खिलादो
मारवाड़ी :तू लारे बेठ ज्या
तन हिंडा खुवा देऊ ।
मास्टर : बाळको बताओ बीजली कित त
आवै है .....
बाळक : MAMA के घर त...
मास्टर : क्यूकर ?
बाळक : जब भी बीजली जावै है मेरा बापू
कहवै है .......
साल्यां नै फेर काट दी.....
इतना संस्कारिक कलयुग आ गया है कि..
लड़की कि विदाई के वक्त माँ बाप से ज्यादा तो
मोहल्ले के लड़के रो देते है..
एक सासु जी रे कँवर सा घना कला हा। मतलब काला दतीड़;
सासुमां : कँवर सा एकाद महीना भर अटे ई भिराजो दूध, दही जीमों ।
मौज करो आराम ऊ साला सालियां रे साथे रेवो सा ।
कंवर सा : सासुजी आज बडो लाड आ रियो है मारे पे कई बात है?
सासु जी: अरे लाड वाड किं कोनी सा भैंस रो पाडियो मरगो है आप ने देख न दूघ तो देती रेई ।वाइफ के गाल पर गुलाब मारने पर
इंग्लिश वाइफ :
यू आर सो नॉटी
पंजाबी वाइफ :
तुस्सी वड्डे रोमांटिक हो जी
मारवाड़ी वाइफ :
अता बडा होग्या पण लखन टाबरा का ही रेहसी..
अबार आंख्यां फोड़ देता
मरवाड़ी की प्रेम कहानी,
दो प्रेमी आँखों में आँखें डाल कर बूंदी-भुजिया खा रहे थे।
लड़की शरमा के :
" यूँ घुर घुर ने कांई देख रिया हौ थे "
लड़का :
" थोड़ो थोड़ो खा मंगती, मुट्ठो भर भर कांई फाका मारे" "
अरे भाया आज आपणा गाँव वालो ATM बंद कियां पड्ग्यो ??
कांई बताउ भाई ,म्हारी लुगाई बोली कि आज atm सु पिश्या म निकालू ..
अरे आ तो अच्छी बात हे न भाया ..
काई अच्छी बात भाई, जना बो atm बोल्यो ”ENTER YOUR PIN”,तो आ बावली अपना माथा री पिन atm म NASA का राकेट ब्लास्ट हुआ
जापान: टेक्नोलॉजी परीक्षण किये थे ?
Nasa:yes
रूस: क्रिटिकल मास वॉल्यूम ठीक था ?
Nasa:yes
भारत: नीबू-मिर्ची टाँगे थे ?
Nasa :no
भारत: जणा ही फ़ाटग्यो थारो बाप....: अमीर की औलाद.."
बेटा : पापा आज बहुत गर्मी है!!
पापा : बेटा हम आज ही ए.सी. लगवाएँगे!!
"गरीब की औलाद.."
बेटा : पापा आज कितनी गर्मी है!!
पापा : चल तुझे
गंजा करवा देता हूँ!! : टीचर- बताओ बच्चों हनुमान
जी किस जाति के थे?
अरूण-सर,जाट
टीचर- कैसे पता
अरूण- लुगाई किसी और की,
लड़ाई किसी और की, फालतू
की दादागिरी में
अपनी पूँछ
जला ली ...पकका जाट था साहब
एक स्कूल रा मास्टर जी स्कूल रे एक छोरे रे मा बाप ने सुचना भेजी -प्रिय धन्ना जी,
आप रे प्रकाशिये रे शरीर से घणी बदबू आये है। कृपया ईने अच्छा साबु से नहलाया करो,
दुसरा दिन बाप जबाब लिख भेज्यो -‘आदरणीय माटसाब, प्रकास्यो गुलाब रो फूल कोनी ।
इयॆने ढंग सर पढ़ाया करो, सुंघया मत करो
संता - काजूकतली के चाँदी का वर्क क्यो लगाते है ???
Chinese - Wrong Qus.
American - No comments
Japanese - don't know
राजस्थान रा :-
अरे उन्धी-सुन्धी को ठा पड़ जावे
ई वास्ते लगावे।