गाय है गाय...माहरी छोरी
छुरे चलने लगते है
खुन खोलने लगता है
दिमाग घुमने लगता है.
जब शादी के इत्ते साल बाद भी ससुराल वाले कहते है.
" गाय है गाय...माहरी छोरी"
www. myrajasthani.blogspot.in
गाय है गाय...माहरी छोरी
छुरे चलने लगते है
खुन खोलने लगता है
दिमाग घुमने लगता है.
जब शादी के इत्ते साल बाद भी ससुराल वाले कहते है.
" गाय है गाय...माहरी छोरी"
www. myrajasthani.blogspot.in