मंगलवार, 26 अप्रैल 2016

डाक्साप

डाक्साप


जनता के प्यारे "डाक्साप" जी के पास एक पेशेंट भाई   पहुँच गया ....

भाई :  डोकसाप ..आह ..
पेट में बहुत ..
दर्द ...
हो रहा है ...आह ....

डोक्साप : अच्छा, ये बताओ आखरी बार खाना कब खाया था ?

भाई : खाना तो रोज ही ...
डोक्साप : अच्छा अच्छा , (2 ऊँगली उठाते हुए )
आखरी बार गये कब थे ...

भाई: जाता तो रोज ही हु ...पर होता नहीं है ...
डोक्साप समज गये ...

अन्दर बहुत सारी बोतले पड़ी थी उसमे से एक उठा लाये ...

ओर साथ ही केल्क्युलेटर भी लेते आये ...

फिर पूछा - घर कितना दूर है तुम्हारा ?

भाई : 1 km
डोक्साप ने केलकुलेटर पे कुछ हिसाब किया फिर बोतल में से चार चम्मच दवाई निकाल के एक कटोरी में डाली

डोक्साप : वहिकल से आये हो या चल के ?
भाई : चल के ..

डाक्सोप : जाते वक्त भाग के जाना
डोक्साप ने फिर से केलकुलेटर पे हिसाब किया फिर थोड़ी दवाई कटोरी में से बहार निकाल ली ...

डोक्साप : घर कौनसे फ्लोर पे है ?
भाई: 3rd फ्लोर पे

डोक्साप ने फिर से केलकुलेटर पे हिसाब किया फिर थोड़ी दवाई कटोरी में से ओर  बहार निकाल ली ...

डोक्साप : लिफ्ट है या सीढियाँ चढ़ के जाओगे ?
भाई : सीढियां ...
डोक्साप ने फिर से केलकुलेटर पे हिसाब किया फिर थोड़ी दवाई कटोरी में से ओर  बहार निकाल ली ...

डोक्साप : अब आखरी सवाल का जवाब दो
घर के मेन दरवाजे से टॉयलेट कितना दूर है ?
भाई: करीब 20 फुट

डोक्साप ने फिर से केलकुलेटर पे हिसाब किया फिर थोड़ी दवाई कटोरी में से ओर  बहार निकाल ली ...

डाक्सोप : अब मेरी फीस दे दो मुझे पहले ..
फिर ये दवाई पीओ ..
ओर फटाफट घर चले जाओ, कहीं रुकना नहीं ..
ओर फिर मुझे फोन करना ....

भाई ने वैसा ही किया ........

आधे घंटे बाद भाई का फोन आया डोक्साप पे ...
एकदम ढीली आवाज में .........

डोक्साप ,,,,,,
दवाई तो बहुत अच्छी थी आपकी .....
पर केलकुलेटर ठीक करवा लेना


हम 10 फुट से हार गये ........

शनिवार, 16 अप्रैल 2016

बुझाणो कोनी : एक राजस्थानी व्यंग्य कविता

बुझाणो कोनी : एक राजस्थानी व्यंग्य कविता

पति-पत्नी कै बीच मैं,
एकर बहस छिड़ी बड़ी सोणी।

पत्नी बोली- इसो कोई विभाग बताओ,
जिण मैं लुगाई कोनी।

राजनीति, धर्म, थानेदारी, गुण्डागर्दी,
म्हे तो सब जगा बढ़गी हां।

ओर तो ओर म्है तो,
चांद पर भी चढगी हां।

पति कै माथा मैं या बात अड़गी,

पण झट भेजो लगायो अर
बोल्यो,

दमकल विभाग मैं,
थे एक भी लुगाइ कोणी

खिसियांती सी पत्नी बोली,
बो तो म्हे जाणकर ही छोड़यो है,
थे आ बात जाणो कोणी,

लुगायां रो काम आग लगाणो है,
बुझाणो कोनी..

बुधवार, 6 अप्रैल 2016

डोफा

डोफा


डोकरी - डोडा 1 अप्रेल से बंद होगा
.
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डोकरो - डोफा विश्नोई तो रही
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डोकरी- हा
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डोकरो- तो डोडा खूब मिली तु मजा कर.


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