मैने एक डोकरे से पुछा बा सा काई हाल है ?
बा- हाल तो चौखा है खूब खावो और खूब उडाऔ
मैँने पुछा- बा काई खावो न काई उङाओ
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बाबा- उबासिया खावो और माँखिया उडाओ
गुरुवार, 5 मार्च 2015
उबासिया खावो और माँखिया उडाओ
मारवाड़ी मेँ होली सन्देश
मारवाड री
ईण पावन धरा माथै विराजियोङा
मोतिया सू महंगा
अरे म्हारे हिवङे रा हार
होली
रे इन पवित्र पर्व माथै
हेत प्रीत
अर ओलखाण सारू
✌म्हारे अन्तस हिवङे✌
अर कालयिसु कोर सू थाने ओर थ्योरे
सगलै परिवार ने घणी मोकळी
शुभ कामनाएं,
ओर खमा घणी सा . Happy . Holi.
सोमवार, 2 मार्च 2015
मारवाड़ी वैलेंटाइन
देशी लव ( मारवाडी )
फिदा हूँ थारी चोटी उपर.
जिंवतो हूँ बाजरा री रोटी उपर.
जे तु ना बोले कि मैं थारी हूँ.
तो बैठयो रेसु थारी चौकी उपर.
थारो लाडलो
भोमलो
__________
एक मारवाड़ी छोरे की
दिल्ली की एक पतली सी
लडकी से फ्रेँडशिप हो गई !
उसने लड़की को मैसेज भेजा:
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मुंडो भी थारो ख़ास कोनी है ;
हड्डियों माते थारे माँस कोनी है;
प्रपोज थने मैं केण वास्ते करूं बावली;
थारी तो वैलनटाई डे तक जीवणा री आस
कोनी है.. ।
रविवार, 1 मार्च 2015
मारवाड़ी लोग
नर्क में एक जगह पर बहुत सारे लोग इकट्ठा बैठ कर
हंसी-मजाक कर रहे थे।
उनके शोरगुल से
यमराज डिस्टर्ब हो रहे थे।
जब काफी देर तक शोरगुल जारी रहा
तो यमराज ने चित्रगुप्त को बुलाया और बोले,
"ये कौन लोग हैं जो नर्क में भी इतने मज़े कर रहे हैं?
" चित्रगुप्त मायूस होते हुए बोले,
"सर ये सब मारवाड़ी लोग हैं,
ये कंही भी सेट हो जाते हैं!..
मत कर सासु बेटो बेटो
सास बहु की मारवाड़ी कविता:
मत कर सासु बेटो बेटों
ओ तो मिनख हमारो है
जद पहनतो बाबा सूट
जद ओ गुड्डू थारो हो
अब ओ पहरे कोट पेंट.
अब ओ डार्लिंग म्हारो है
जद ओ पीतो बोतल में दूध
जड़ ओ गिगलो थारो हो
अब पीवे गिलास में जूस
अब ओ मिस्टर म्हारो है
जद ओ लिखतो क ख ग
जद ओ नानको थारो हो
अब ओ करे watsapp sms
अब ओ जानू म्हारो है
जद ओ खातो चोकलेट आइस क्रीम
जद ओ टाबर थारो हो
अब ओ खावे पिज़्ज़ा बिस्कुट
अब ओ हब्बी म्हारो है
जद ओ जातो स्कुल कोलेज
जद ओ मुन्नो थारो हो
अब ओ जाए ऑफिस में
अब ऑफिसर म्हारो है
जद ओ मांगतो पोकेट खर्चो
जद ओ लाडलो थारो हो
अब ओ ल्यावे लाखां रूपिया
अब ओ ए टी एम म्हारो है
मत कर सासू लालो लालो
अब ओ छैलो म्हारो है |
ल्यो मजो मारवाड़ी चुटकुलों को
धणी- आज सजधज के कठे जा री से?
लुगाई- आत्महत्या करणे जा री सुं
धणी- तो इत्तो मेकअप क्यूँ करयो है
लुगाई- काल अख़बार म्हें म्हारो फोटू भी तो छपसी
मारवाड़ी की पत्नी, "म्हने लागे म्हारी छोरी को अफेयर चालु है"।
पति: वो क्यूँ?
पत्नी: "पॉकेट मनी" कोनी माँगे आजकल।
पति: हे भगवान, इं को मतलब लड़को मारवाड़ी कोनी है।
एक मारवाड़ी को एक्सीडेंट हो ग्यो.....
डाक्टर बोल्यो-टांकों लगाणो पड़ेगो
मारवाड़ी- कित्तो पीसो लागेगो?
डाक्टर-2000 रिपया लागसी
मारवाड़ी- अरे !!!
भाया ....टाँकों लगाणों है...एंब्रोईडरी
कोणी करवाणी.....
.......मारवाडी ......
छोरो - आई लव यू
छोरी - चूप रे गेलसप्पा, एक लेपड मेलियो नी तो सीधो जोधपुर पुगेला
छोरो - थोडो धीरे मार जे , नागौर मे थोडो काम हैं।
एक मारवाडी भगवान सु
अरज करे
हे मारा छतीस करोड देवी देवता
मारे ज्यादा कइ कोनी छावे बस
आप सब मने एक -एक रुपया
री मदद कर दो महारो जीवन
सफल होजाए
मंगलवार, 24 फ़रवरी 2015
पेलां हा तख्त ताज आज टोपियां घणी
पेलां हा तख्त ताज आज टोपियां घणी ।
थें हो प्रजा ये राज झूंठ कह दियो कणी ।
दुष्टां भरोसे मातभोम नी है राखणी ।
देश है थारों रे थें हो देश रा धणी ।।
शताब्दियां तलक रा बलीदान सूं बण्यो ।
मिनखां रा लोहि मांडणा सूं आंगणो रच्यो । अणगिणतरा हमला सह्या ने जंग झेलिया । चंगेज अर अंग्रेज जस्या सेंकडों सह्या ।
अबे तो मात भारती ने शान्ति साजणी ।
देश हैं थांरो रे थें हो देश रा धणी ।।
मां भारती री रक्षा निज हाथ सूं सरे ।
पाडोसी मुक्ख जोवणो तो पार नी पडे । देशद्रोहि देश मे जो निजर मे चढे ।
सपूत वो कपूत रै जो जूत री जडे ।
दधीचि वाली रीत ने पाछी निभावणी ।
देश है थारों रे थें हो देश रा धणी ।।
थें टाबरां ने शूरवीरता री सीख दो ।
कायर पणा री ठोड ओज तेज सींच दो ।
भारत मे अभिमन्यु भरत फैर निपज जा । आतंक दुष्ट दैत्य सूं नरनार जूंझ जा ।
भावी पिढी ने देश री रखवाल बणाणी ।
देश हैं थारों रे थें हो देश रा धणी । ।
मोठ्यार पण रा काम कोइ रोल तो नही ।
थांरी उमर या पायलां रिमझोल तो नही । सिणगार रा गीतडा ने कांइ गावणा ।
हास्य व्यंग रा किस्सा किनै सुणावणा ।
इतिहास रा आखर बणा या लगन लागणी । देश है थांरो रे थें हो देश रा धणी ।।
गेलसपी स्कॉर्पियो मारी ही है
एक जोधपुरी सिगरेट पी रहा था
तभी एक खुबसूरत लड़की वहा आती है व उससे कहती है :
लड़की : आप कितने सालों से पी रहे हो
मारवाड़ी : 8 सालो से
लड़की : अगर आप इतने पैसे बचाते तो वो सामने स्कॉर्पियो है वो आपकी होती
मारवाड़ी : आप सिगरेट पीती हो
लड़की :नही
मारवाड़ी : तो आपके पास स्कॉर्पियो है
लड़की : नही
मारवाड़ी : तो थु थारो काम कर गेलसपी स्कॉर्पियो मारी ही हैं
मेरा शहर अब बदल चला है….
मेरा जोधपुर अब बदल चला है
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कुछ अजीब सा माहौल हो चला है,
मेरा शहर अब बदल चला है….
ढूंढता हूँ उन परिंदों को, जो बैठते थे कभी घरों के छज्ज़ो पर
शोर शराबे से आशियाना
अब उनका उजड़ चला है,
मेरा जोधपुर अब बदल चला है…..
होती थी सायकलों की सवारी
मंज़िल तो वही है
मुसाफिर अब बाइक्स व कारों में चढ़ चला है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है…
मिर्ची बड़ा,समोसा, कचौरी
खाते थे कभी हम
स्कूल कॉलेजो के प्रांगण में,
अब तो बस बेक समोसा, पेस्ट्री और क्रीम रोल का दौर चला है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है
शहर के मोहल्ले मे रुक कर बतियाते थे दोस्त घंटों तक
अब तो बस शादी, पार्टी या
उठावने पर मिलने का ही दौर चला है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
वो टेलीफोन का काला चोगा उठाकर खैर-ख़बर पूछते थे,
अब तो स्मार्टफोन से फेसबुक, व्हाटसऐप और ट्वीटर का रोग चला है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
वो साइकिल पर बैठकर, दूर की डबल सवारी,
कभी होती उसकी, कभी हमारी बारी,
अब तो बस फर्राटेदार बाइक का फैशन चला है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
जाते थे कभी ट्यूशन पढ़ने सर के वहाँ,
बैठ जाते थे क्लास मे कहीँ पर भी पाँव पसार कर ,
अब तो बस कोचिंग क्लासेस का धंधा चल पड़ा है,
मेरा जोधपुर अब बदल चला है…..
खो-खो, सितोलिया, क्रिकेट, गुल्लिडंडा, डिब्बा-डाउन खेलते थे गलियों और मोहल्लों में कभी,
अब तो न वो गलियाँ रही, न मोहल्ले न वो खेल, सिर्फ और सिर्फ कम्प्यूटर गेम्स का दौर चला है,
मेरा जोधपुर अब बदल चला हैं…..
रेडियो में अल-सुबह तक चलते क्लासिकल गाने-बजाने के सिलसिले
अब तो एफएम और डीजे का वायरल चल पड़ा है,
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
गर्ल्स काॅलेज की लड़कियों से बात करना तो दूर नज़रें मिलाना भी मुश्किल था
अब तो बेझिझक हाय ड्यूड,
हाय बेब्स का रिवाज़ चल पड़ा है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
घर में तीन भाइयों में होती थी एकाध साइकिल पिताजी के पास स्कूटर,
अब तो हर घर में कारों और बाइक्स का काफ़िला चल पड़ा है
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
खाते थे समोसे, कचोरी, जलेबी, गराडू, गरमा-गरम पोहे चौराहो पर,
अब वहाँ भी चाउमिन, नुडल्स,
मन्चूरियन का स्वाद चला हैं
मेरा जोधपुर अब बदल चला है….
कोई बात नहीं;
सब बदले लेकिन मेरे शहर के
खुश्बू में रिश्तों की गर्मजोशी बरकरार रहे
आओ सहेज लें यादों को
वक़्त रेत की तरह सरक रहा है…
मेरा जोधपुर अब बदल चला हैैं…
मेरा जोधपुर अब बदल चला है...
राबड़ी receipy
मारवाङी लगावण में आपका स्वागत है ..
*राबङी*
आज हम आपको सिखायेंगे छाछ की राबड़ी---
सामग्री - एक लीटर छाछ
बाजरा कूटा हुआ - 100 ग्राम ,
कोरी हांडी - 1,
नाल्डी/ चाटू /टोकसी- 1,
घोटणी - 1,
लूण आवश्यकता अनुसार..
विधि :---
सर्व प्रथम
कोरी हांडी लीजिये,
हांडी ले कर अपने गाँव में
घर घर डोलिए,
जिस किसी के घर छाछ
बनी हो, 1 लीटर
छाछ मांग कर लाइए,
अब घर आ कर 100
ग्राम बाजरा लेकर
ऊखली में मूसल
की सहायता से मोटी-
मोटी कूटिए..
हांडी को चूल्हे पर
चढ़ा दीजिये व
कूटा हुआ बाजरा छाछ में
डाल दीजिये..
धीमा धीमा बास्ते जगाते
रहिये और घोटणी से
कूटा बाजरा मिश्रित छाछ
को हिलाते रहिये..
लूण अपने स्वादानुसार
साथ में ही डाल
सकते हैं, ध्यान रहे बास्ते जोरगी मत जगाइए इससे राबड़ी के हांडी में लागने
की गुन्जाईस रहती है...
जब छाछ उफान लेने लग
जाए तो 2-3
उफान दिराकर
हांडी को उतार कर
अराही पर रख दीजिये.
नाल्डी की सहायता से
गर्मागर्म
राबड़ी अपने
मेहमानों को घाल दीजिये
और आप भी थाली ले कर
राबड़ी सबड़किये .....
हो सके तो फटाफट
राबड़ी को सलटा दीजिये..
बच जावे तो सुबह सुबह कलेवे में
खा लिजिये !
नोट : बच्चो को गर्म
हांडी से दूर रखिये
उन्हें प्यार से समझा कर
दूर कीजिये,
फिर भी ना माने तो जट पकड़
कर २-३- लाफे में धर दीजिये..
हमारा उद्देश्य :
राबड़ी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर
पहचान दिलवाना है
सो इसे शेयर जरूर
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सोमवार, 23 फ़रवरी 2015
रंग बदळ किरकांटया होग्या
रंग बदळ किरकांटया होग्या,
नीत बदल मन मेला होग्या
,
मिनखीचारो मरतो दीखे, पईसां लारे गेला होग्या।
घर सुं भाग गुरुजी बणग्या, चोर उचक्का चेला होग्या,
चंदो खार कार में घुमे, भगत मोकळा भेळा होग्या।
कम्प्यूटर को आयो जमानो, पढ़ लिख ढ़ोलीघोड़ा होग्या,
पढ़ी-लिखी लुगायां ल्याया काम करण रा फोड़ा होग्या।
जवानी में बूढ़ा होग्या सांस फूलगी घायल होग्या,
घर-घर गाड़ी-घोड़ा होग्या, जेब-जेब मोबाईल होग्या।
छोरयां तो हूंती आई पण आज पराया छोरा होग्या,
राल्यां तो उघड़बा लागी, न्यारा-न्यारा डोरा होग्या।
इतिहासां में गयो घूंघटो, पोडर पुतिया मूंडा होग्या,
झरोखां री जाल्यां टूटी, म्हेल पुराणां टूंढ़ा होग्या।
भारी-भारी बस्ता होग्या, टाबर टींगर हळका होग्या,
मोठ बाजरी ने कुछ पूछे, पतळा-पतळा फलका होग्या।
रूंख भाडकर ठूंठ लेयग्या जंगळ सब मैदान होयग्या,
नाडी नदियां री छाती पर बंगला आलीशान होयग्या।
मायड़भाषा ने भूल गया, अंगरेजी का दास होयग्या,
टांग कका की आवे कोनी ऐमे बी.ए. पास होयग्या।
सत संगत व्यापार होयग्यो, बिकाऊ भगवान होयग्या,
भगवा भेष ब्याज रो धंधो, धरम बेच धनवान होयग्या।
ओल्ड बोल्ड मां बाप होयग्या, सासु सुसरा चौखा होग्या,
सेवा रा सपनां देख्या पण आंख खुली तो धोखा होग्या।
बिना मूँछ रा मरद होयग्या, लुगायां रा राज होयग्या,
दूध बेचकर दारू ल्यावे, बरबादी रा साज होयग्या।
तीजे दिन तलाक होयग्यों, लाडो लाडी न्यारा होग्या,
कांकण डोरां खुलियां पेली परण्या बींद कंवारा होग्या।
बिना रूत रा बेंगण होग्या, सियाळा में आम्बा होग्या,
इंजेक्शन सूं गोळ टमाटर फूल-फूल कर लाम्बा होग्या।
कविता म्हारी फिरे कंवारी तुकबंदी का फेरा होग्या,
दिवलो करे उजास जगत में खुद रे तळे अंधेरा होग्या।
मन मरजी रा भाव होयग्या, पंसेरी रा पाव होयग्या,
महंगाई री मार तिवाड़ी, जीणां दोरा आज होयग्या।
जय राजस्थान
Oxford इंग्लिश to Rajasthani भाषा dictionary
Let him go आगों बलण दे
Fast - बेगो
Smooth - चिकणी
Ladies - लुगायाँ
Yes - होय
Slapping - रेपाटो
Punching- घुंसो
Wife - घरआळी
Come here-अठी आ
Same to same-असो को असो
Clothes-गाबा
Sunlight -तावड़ो
morning-दिनऊंगा
Very-घणो
Basket-थैलो
Bed- माचो
Key-कुंची
Pot-लोटों
Pate-आङो
Mother-बाई
Mouth-मुंडो
Face-थोबडो़
Neck-गुद्दी
Knee-गोडा
Animal-ढांढा
Cat-मिन्की
Ox-बलद
Rat-उन्दरो
Monkey-बान्दरौ
Mango-आम्बोo
Sugarcane-सांठो
Confused - डापाचुक
Complaint-औलबो
Chain-सांळल
Children-टाबरीया
रविवार, 22 फ़रवरी 2015
आप कैसे पता करेंगें कि आप राजस्थान के किस कोने में है।
1) दो आदमी लड़ रहे हैं, एक आदमी आता है,उन्हे देखता है और चला जाताहै...
ये जयपुर है।
2) दो आदमी लड़ रहे हैं, एक आदमी आता है, उन्हें समझाने की कोशिश करता है, फलस्वरुप दोनो लड़ना छोड़ कर समझाने वाले को मारने लग जाते हैं...
ये झुंझुनू है।
3) दो आदमी लड़ रहे हैं, एक आदमी अपने घर से आवाज़ देता है, "मेरे घर के आगे मत लड़ो, कहीं और जाओ"....
ये सीकर है।
4) दो आदमी लड़ रहे हैं, पूरी भीड़ देखने के लिये इकट्ठी हो जाये, और एक आदमी चाय की दुकान लगा दे....
तो ये चुरू है।
5) दो आदमी लड़ रहे हैं, दोनो मोबाईल से कॉल कर दोस्तो को बुलाते हैं, थोड़ी देर में 50आदमी लड़ रहे हैं. ..
ये कोटा है।
6) दो आदमी लड़ रहे हैं, एक आदमी ढेर सारी बीयर ले आता है, तीनो एक साथ बीयर पीते हुए एक-दूसरे को गाली देते हैं..
ये गंगानगर है।
7) दो आदमी लड़ रहे हैं, दो आदमी और आते हैं, वो आपस में बहस करने लगते हैं कि कौन सही है कौन गलत, देखते देखते भीड़ जमा हो जाती है, पूरी भीड़ बहस करती है, लड़ने वाले दोनो खिसक लेते हैं...
ये बीकानेर है।
8) दो आदमी लड़ रहे है, एक आदमी आता है, गन निकालता है और ढिचकांव. और सब शांत हो जाता है...
यानि कि आप धौलपुर पहुँच गए हैं।
9)दो आदमी लड़ते हे भीड़ इक्कठी हो जाती हे ।
थोड़ी देर में मामला शांत ।
दोनों एक दूसरे को प्यार से देखते हे और एक बोलता हे रजनीगंधा तुलसी हे कई थारे खने ।
और मारो प्यारो जोधाणो हे