बुधवार, 22 जुलाई 2015

लेज्या रे बापकाणा

एक आदमी आप के सासरै गयो टाबराँ की माँ नै ल्याण नै !!

सासू बोली कै, कूँवरजी ऐक बार पाँच सात दिन घरां काम हैं जको थे पाँच सात दिना
बाद लेण नै आज्यायो !!

जवाईं:- मेरै के काम है तो !
थारो काम हूवै जणा भेज देया बितै दिन

मै अठै ही बैठ्यो हूँ !!

सासू बोली कै, थे ईता दिन अठै रहस्यो जणा लोग के कहसी ?

बूरा कोनी लागो ईता ईता दिन
सासरै मे बैठ्या ????

जवाईं :- सासूजी आ गैलाने छ: महीना
लगातार म्हारै घरे रह के आयी है जणा आ तो बूरी कोनी लागी ?

सासू बोली कै बेटा आ तो थानै परनायेङी है !

जवाईं:- तो मै के अठै रोपेङो हूँ ?

मै भी तो अठै परनायेङो ही हूँ !!!

सासु:- लेज्या रे बापकाणा !!!!

सावण सुंरगो आवियो, आया नीँ भरतार

सावण सुंरगो आवियो, आया नीँ भरतार ।
काया म्हारी दाझगै,कांईं चावै करतार ।।

आभै चमकी बीजळी, धरती बधगी आस ।
कळपै थारी कामणीँ, साजन आओ पास ।।

सावण बैरी सायबा, नित रो बरसै आय ।
घरां पधारो सायबा, जोबन बैरी खाय ।।

हिंडो मांडूं हेत सूं , गाऊं गीत पच्चास ।
सायब होवै साथ मेँ, हिंडो चढै अकास ।।

फोन लगाऊं सायबां, आवै कोनीँ टोन ।
सावण जावै हाथ सूं , ओन करो नीँ फोन ।।

सावण आयो सायबा, मत ना जाओ दूर ।
सेजां पोढो आयनै, छोडो सगळा टूर ।।

तनड़ो सारो भीजग्यो, मनड़ो गावै गीत ।
साजन भेळा नाचल्यो , बणगै मन रा मीत ।।

अंबर गाजै बादळी, मनड़ै नाचै मोर ।
साजन म्हारा आंतरा ,रत्ती न चालै जोर ।।

आभै देखूं बादळा , हिवड़ै उपजै नेह ।
साजन होवै साथ मेँ , भळ बरसो थे मेह ।।

चंदै लिपटी बादळी , आभै देखूं भाज ।
घरां पधारो सायबा , काया छोडूं आज ।।

नैणां बरसे सेज पर , आंगण बरसै मेह ।
होडा होडी झड लगी , उत सांवण इत नेह ।।

गोरी बैठी गोखडे,नैणा काजल काढ।
जल काजल रलमिलरिया,आयो मास असाढ

रोम रोम राजी हुवो,हस हस पुलकित हाड।
नस नस कूदे नाचती,आयो देख असाढ।

                                 

मंगलवार, 21 जुलाई 2015

छातिकुटो

मुम्बई स्कूल का टीचर राजस्थान के गांव के स्कूल में गया और बच्चों से पूछा problem का हिंदी अर्थ बताओ।
एक छात्र बोला "छातिकुटो"

हीङकिया


घंटो कि दुरीयाँ मिनटो में तय हो जाती

जब

हीङकिया कुत्ता लारे दौडता है..

सोमवार, 20 जुलाई 2015

मारवाङी गाँवा री हिँन्दी

मारवाङी गाँवा री
हिँन्दी

1. आँटी मुझे चाय मत
घालना
मेरे पास पहले ही घणी है

2. यार पता नहीँ कल
किसी
ने
मेरी टाट मेँ भाटा मार
दिया
3. आप सभी ऊभे क्यूँ हो
हेठा
बैठ जाओ
.
.4 मेने आपको बहुत सोदया पण आप लादया ही नही
5 जल्दी चलो मुझे मोड़ा हो रहा है
6 आप सीधा जाना एकदम नाक की डांडी पर फिर डावडा हाथ कण मुड़ के थोड़ा  डोडा हो जाणा
7 मेरा बस्ता बिस्के मायन पड्या है

शनिवार, 18 जुलाई 2015

धापुडी द्वारा अपने मोट्यार को लिखा गया कागद

धापुडी द्वारा अपने मोट्यार को लिखा गया कागद: --

म्हार हिवडा का हार,

म्हारा सोलहा सिंगार,

म्हारी पप्पूडी का पापा…

थारी चौडी-चौडी राफा.!

हे प्राणनाथ जी,

गोपिया का नाथ जी,

म्हार रूप का दास जी,

त्रिलोकी का नाथ जी…

थाको कोजो घणों साथ जी…..!

हे म्हारी जलती ज्योत,

करवा चौथ,

धान का बोरा,

उन्डोडा औरा…

थाका एक दर्जन छोरी और छोरा..!

भोमिया का स्वामी,

म्हारी जामी सा थाकी,

सत्यानाशी,

कुल विनाशी,

कालिया की मासी,

चरणा की दासी,

थार प्राणा की प्यासी,

थाकी पाताल फोड लाडली,

धापुडी का पगा लागणा मानज्यों…

और हो सक तो आखा-तीज पर घरा पधारज्यों…।।

आगे समाचार एक बाचज्यों कि–

सुसरो जी न हिडकायों कुत्तों खायगों…

और चौथियों चौथी मैं चौथी बार फेल आयगों.!

सुसरो जी तो हिडक्या होर मरग्या…

पण मरता मरता सासू जी न हिडक्या करग्या…..!

सासू जी मरा मौत, कु-मौत, कुत्त की मौत और

सासू जी न मरता देख म्हारो भी मरणा सू मन फाटग्यों है…

जीतियों नाई काल स्वर्ग सिधारगों और

बीको तियो पंडत गरूड्यों करायग्यों है.।

गीतूडी के करमडा में है ना
जुआ पडगी है…

और सीतूडी क काना की एक बाली गमगी है…..!

थाकी काणती काकी काल

छाछ खातर घरा आर लडगी…

और म्हारी बडकी सेठानी

घीनाणी सु पानी ल्याती पडगी…..!

भुवाजी रोजीना ही गुन्द का लाडू खावै…

और नानूडा की लुगाई में

मंगलवार की मंगलवार पीतर जी आवै…।।

पपीयों,गीगो,लाल्यों और

राजिया की लुगाई चलती री,

पण थे तो जाणो ही हो

राम के आग किको बस चाल है…

और होणी न कुण टाल है…..!

हे म्हारा बारहा टाबरा का बाप…

थानै लागै शीतला माता को श्राप..!

थे आदमी हो या हरजाई…

थे मनै अठै ऐकली छोडगा थान शरम कोनी आई.!

थे आ पूरी पलटन म्हारै वास्तै छोडगा…

एक इंजन मैं बारह डब्बा जोडगा..।

इ बार सर्दी अणहोती पडे है,

ई वास्तै टाबर घणा रोव है…

दो चार दिना सु भूखा ही सोव है…!

थाकि माय न

अब भी थोडी घणी शरम बाकी होव तो

पाछा कदै ही मत आइज्यों…

पर पाँच हजार रूपिया हाथु हाथ भिजाज्यो...

शुक्रवार, 17 जुलाई 2015

ए हाथ मने देदे ठाकुर...

शोले मारवाडी.........

गब्बर;;       ए हाथ मने देदे ठाकुर...

ठाकुर:         कोनी देवुं मारी बाई हाका करे

सांभा :   ओ झुठ बोले सरदार इकी बाई तो नोनोणे गीओड़ी  है !

सेठ लायो सेठानी


अर्ज किया है........
सेठ लायो सेठानी, सेठानी बड़ी
सोणी।
वाह वाह...
सेठ लायो सेठानी, सेठानी बड़ी
सोणी,
वाह वाह...
घूंघट उठा क देख्यो तो दाँत ही कोणी।।।

गुरुवार, 16 जुलाई 2015

राजस्थान की दाल बाटी और चूरमा को टेस्टिंग

मैगी के बाद राजस्थान की दाल बाटी और चूरमा को टेस्टिंग के लिए रासायनिक प्रयोगशाला भेजा गया .....
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.प्रयोगशाला से वैज्ञानिको का जवाब आया
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.मजा आ गया
और भेजो

बुधवार, 15 जुलाई 2015

लुगायां रो ब्रत             

लुगायां रो ब्रत             

पति पत्नी से:-- कई बात है,
आज नाश्तों कोणी बणायो

पत्नी;-- आज तो व्रत है नी

पति ;--आज थारो  व्रत है कई ??

पत्नी :-- हाँ जी

पति :--- कईं खायो ?

पत्नी :-- कोई खास नही जी

पति :-- फेर भी कई तो खा लेवती ?

पत्नी :-- में तो थोडा सो.....
केला,
सेव,
अनार ,
मूंगफली,
फ्रूट क्रीम,
आलू की टिक्की,
साबूदाने की खीर,
साबूदाने रा पापड़,
कुट्टू री पूरी,
सावंख,
सिंघाड़े रे आटे रो हलवो,
साबूदाने री खिचडी ,
सुबह-सुबह थोड़ी सी चाय पी,
और अबे जूस पी रही हूँ।
आज व्रत है नी,  इ वास्ते बाकी तो कई खावणो कोणी........

पति ;-'  थोड़ो आमरस
या पपितो खा लेवती

पत्नी:-- बे सब तो शाम ने खावुला

पति:- तू तो  बोत ही सख्त व्रत राखे है, ओ हर कोई रे बस री बात कोइनि । और कुछ खाने रि इच्छा है ?
देखलिए कठैई कमज़ोरी नइ
आय जावे।

पत्त्नी ; नहीं जी कमजोरी नी आवे इरे वास्ते तो सुबह उठते ही बादाम काजू खा लिया हा

पति ;-- फेर भी धयान राखजो

      

एक सीढी छोड़कर चढ़

एक मारवाड़ी अपने बच्चे को पिट रहा था,
पड़ोसी ने पूछा क्यों पिट रहे हो??

मारवाड़ी-इसको बोला एक सीढी छोड़कर चढ़ चप्पल कम  घिसेगी नालायक 2 सीढ़ी छोड़कर चढ़ा पजामा फाड़ दिया!

मंगलवार, 14 जुलाई 2015

तारक मेहता का उल्टा चश्मा

जेठालाल स्पेशियल :
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
वाह वाह ….
अहमदाबाद की धुप ☀से स्किन
मेरी जली ..
जेठालाल बोले , ”मेहता साहेब .."
चुरा के दिल मेरा ,
बबिता चली ..
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जेठालाल -
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
वाह वाह ….
अगर मेरी शादी मेरी मर्जी से
होती ..
तो टपुडा , तेरी मम्मी दया नहीं ..
बबिता होती ..
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हर शाम सुहानी नहीं होती ..
हर चाहत के पीछे
कहानी नहीं होती ..
कुछ तो असर ज़रूर होगा महोब्बत
में ..
वरना गोरी बबिता काले⚫ अय्यर
की दीवानी नहीं होती
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एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
वाह वाह ….
एग्जाम के टाइम पे नींद
अच्छी आती हैं ..
जेठालाल के दुकान जाने के टाइम⏰
पर ही ..
बबिता निचे
क्यों आती हैं ?

हिंडा खुवा देऊ

मारवाड़ी साईकिल से जा रहा था
रस्ते में एक भिखारी मिला वो बोला
बाबु कुछ खिलादो
मारवाड़ी :तू लारे बेठ ज्या
तन हिंडा खुवा देऊ ।