एक बार एक ताई बस मेँ बैठी सतँरा छिल रही थी
और
सतँरा के छिलके वही बस मे ही गिरा रही थी
ताई को देखकर कन्डैक्टर बोला - ऐ ताई.. ये छिलके बस मे मत गेर....
दिेके बाहर ने फैक दे
ये सुनकर ताई बोली - औ बेटा..
भीतर तु ना गेरण देता अर बाहर वो मोदी ना फेकण देता
के चाहो सो तम
सतँरा खाण दोगा या ना..!
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