राजपूत पर निबंध
यह एक अजीब प्राणी है ,
यह भारत की भुमि पर पाये जाते है,
नवरात्रि के दिनो मे यह भारी संख्या मे दिखायी देते है,
दारु, बकरा मीट इनका पोषटीक आहार है,
इन्हें सिर्फ राज करना आता है
जन्म लेने के 18 साल तक कुँवर सा है और 18 साल के बाद बन्ना बनकर भयंकर रुप धारण कर लेते है
..रात 10 बजे के बाद इनके निकट नही जाना चाहिये क्योंकि यह हानिकारक सिद्ध हो सकता है
यह बडे होकर तलवार, बन्दुके, गोलियाँ चलाने का काम करते है
...""जब देखु बन्ना थोरी लाल पीली आँखिया"" यह गाना सुनकर यह कही भी नाचना शुरु कर देते है
सुर्य अस्त होते ही बन्ना मस्त हो जाते है
दुसरो की लडाई मे इन्हें पडने का बहुत शौक है
"जय राजपूताना" का नारा तो इनके मुँह पर ही रहता है
जीप लेकर रात को खरगोश का शिकार करने यह अक्सर जाया करते है कभी कभी खरगोश नही मिलता है तो तितर से भी कामचला लेते है
भारत के सभी ठेके इनकी वजह से चलते है
भारत सरकार इनको चाहती नही है फिर भी इन्होंने नाक मे दम कर रखा है
आजकल दुसरी जाति के लोग इनकी तरह बनने की कोशिश करते रहते है
यह महिलाओ को हमेशा सम्मान देते है उनकी रक्षा करने के लिए कही भी झगड़ा मोल ले लेते है
इनकी जीप मे तलवार, बन्दुके और Blendrs prided और Signature की बोतले हमेशा रहती है
काॅलेज मे क्लास मे इनकी सीट सबसे लास्ट वाली होती है
"हुकम" शब्द से यह अपने से बडो को सम्मान देते है
इन्हें आर्मी मे जाना पसंद है,
इनका प्यार 1st And Last होता है बाईसा से
यह कभी किसी के सामने झुकते नही है चाहे किसी भी समस्या आ जाये
और ये सुनते सबकी है लेकिन करते अपने मन की है
यह दोस्तो के लिए जान भी दे सकते है और दुश्मनो की जान तक ले सकते है..
Banna.......jai mata ji ri Sa
रविवार, 10 मई 2015
राजपूत पर निबंध Essay on Rajputs
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